चोट दिल पे लगी है दवा दो मुझे
याद आये न उसकी दुआ दो मुझे
प्यार जिससे किया छुप गया वो कहीं
ऐ हवा तुम ही उसका पता दो मुझे
मर न जायें कहीं प्यार के दर्द से
दर्द कैसे सहें तुम सिखा दो मुझे
हर खुशी आपको तो दिया हूँ मगर
दिल दुखाया कभी तो सज़ा दो मुझे
अब जुदाई न मुझसे सही जाती है
मौत की नींद आकर सुला दो मुझे
मौलिक एवं अप्रकाशित अखंड गहमरी
Added by Akhand Gahmari on December 20, 2014 at 2:08pm — 28 Comments
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