आता है हर साल मेरे राह में गुजर
शहिदों की यादें लिए त्यौहार को नमन
वो तो चले गये जो सदा रहेंगें अमर
उनके खूँ के गर्मी के उपकार को नमन
सम्हालना था जिन्हें इस देश की डगर
जाने कहाँ खो गये उनका भी हो नमन
लूटने…
ContinueAdded by UMASHANKER MISHRA on August 15, 2012 at 1:20am — 6 Comments
भैय्या मोरे मैन हीं दलाली खायो ...भैय्या मोरे मै नहीं दलाली खायो
ये पार्टी और वो पार्टी मिलकर ...म्हारे मुख लपटायो ..
रे भैय्या मोरे मैनहीं दलाली खायो
देश को ऊंचो नाम करन को
भाइयो के पेट भरण को
कामन वेल्थ करवायो .. रे भैय्या मोरे मैन हीं घपलों करवायो
उनकी गाड़ी पेट्रोल पियत है
म्हारी तो मुफ्त मा चलत है
म्हारी बहु ने पुत्र वधु कह कर
ठेकों मैंने दिलवायो .....पर भैय्या मोरे मै नहीं दलाली खायो
जब जब जरुरत उनको पड़ी…
ContinueAdded by UMASHANKER MISHRA on July 5, 2012 at 10:25pm — 7 Comments
कोई जड़ है खोद रहा कोई डाले खाद
हंगामा ऐसा करो लोग करे फरियाद
फरियादी की आड़ में कोई झोंके भाड़
जबभी डंडा बरसे है कोई हो गया आड़
कोई का मतलब बड़ा राजनीती के लोग
आगे करके जनता को खूब लगाये भोग
आग लगी पेट्रोल में हंगामा था…
Added by UMASHANKER MISHRA on June 15, 2012 at 12:00am — 6 Comments
अग्नि प्रज्वलित हुई धरा पर
परिवर्तन एक गढ़ने को
चला काफिला जनतंत्री का
अब नव चिंतन करने को
नकली रूपया नकली वस्तु
खेल हो रहा ठगने को
महंगाई है खून चूसती
बढ़ रही पिसाचिन मरने को…
Added by UMASHANKER MISHRA on June 4, 2012 at 11:30am — 17 Comments
टूटते हैं टूटने दो, अब ह्रदय के तार को
छूटते हैं छूटने दो, खून के उफान को
हटो छोडो रास्ता अब, कफ़न सर पर लिये हैं
मौत से अब डर किसे है, मौत से लगते गले हैं
सह चुके अब ना सहेंगे, इस देश के अपमान को
टूटते हैं टूटने दो, अब ह्रदय के तार को
विश्व में उपहास के, कारण बनाये जाते हैं
खद्दरों के भेष में, दीमक हजम कर जाते हैं
इस देश की संपत्ति और, इस देश के सम्मान को
छूटते हैं छूटने दो, खून के उफान को
आम आदमी यहाँ, हाशिए में होता है
जिंदगी कि दौड…
Added by UMASHANKER MISHRA on June 2, 2012 at 12:30am — 14 Comments
खुल जा सिम सिम बंद हो जा सिम सिम –दुकान हो या कार्यालय बंद करना,कराना,या खुलवाना,यह तमाशा ‘भारत बंद’ के मौके पर देखने या दिखाने का मधुर दृश्य दृष्टिगोचर होता है|
भारत बंद हम भारतीयों का राष्ट्रिय त्यौहार है. पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए, और हमें तो भारत बंद कराने के लिए एक सरकार की टेढ़ी चाल का इंतजार रहता है|यह त्यौहार प्रति वर्ष किसी भी महीने में मनाया जा सकता है|सरकार को भारत बंद को…
ContinueAdded by UMASHANKER MISHRA on May 27, 2012 at 2:00pm — 6 Comments
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