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मै खड़ा हूँ यूँ बांहों को खोले हुए
मेरी बाँहों में आने का वादा करो
मै जहाँ ये भुला दूँगा सुन लो मगर
मुझको दिल में बसाने का वादा करो

मै जो अब तक अकेला हूँ जीता रहा
धुंधले ख्वाबों को आँखों से सीता रहा
ये जो कोरी पड़ी है मेरी जिंदगी
रंग अपना चढ़ाने का वादा करो


मै खड़ा हूँ यूँ बांहों को खोले हुए
मेरी बाँहों में आने का वादा करो


तुम जो रूठी तो तुमको मना लूँगा मै
तुमको पल भर में अपना बना लूँगा मै
मै भी रूठूँगा तुमसे अगर तुम सुनो
तुम भी मुझको मनाने का वादा करो


मै खड़ा हूँ यूँ बांहों को खोले हुए
मेरी बाँहों में आने का वादा करो


जब से देखा है तुमको हूँ खोया हुआ
जागता भी नही और न सोया हुआ
मै ज़माने की नींदें चुरा लूँ अगर
मेरे ख्वाबों में आने का वादा करो


मै खड़ा हूँ यूँ बांहों को खोले हुए
मेरी बाँहों में आने का वादा करो


तेरा हंसना रहूँ तेरा रोना रहूँ
तेरा जगना रहूँ तेरा सोना रहूँ
मै तुम्हारा तुम्हारा रहूँगा सदा
मुझ पे हक ये जताने का वादा करो


मै खड़ा हूँ यूँ बांहों को खोले हुए
मेरी बाँहों में आने का वादा करो

अनुराग सिंह "ऋषी"

मौलिक एवं अप्रकाशित

Views: 847

Comment

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Comment by Shyam Narain Verma on June 25, 2013 at 3:16pm

बहुत सुन्दर गीत।  हार्दिक बधाई .......................

Comment by वेदिका on June 25, 2013 at 1:44pm

 सुंदर गीत लिखा अनुराग भाई जी! 

इस गीत को पूरी तरह से ''तुम अगर साथ देने का वादा करो मै यूँ ही मस्त नगमें लुटाता रहूँ" की तर्ज पर भी गया सकता है,, आपने तो सुंदर वाला कमाल कर दिया  ,,,, प्रयास पर बधाई! 

Comment by अरुन 'अनन्त' on June 25, 2013 at 1:31pm

सुन्दर प्रयास हुआ है अनुराग भाई जी सुन्दर गीत हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें.

Comment by aman kumar on June 25, 2013 at 9:02am

आपके अनुराग मे हम जीते रहेंगे ये बादा रहा ,

आप ऐसे ही गीत लिखते रहेंगे ये बादा  करो ||

सुंदर रचना ! 

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on June 24, 2013 at 11:50pm
"मै जमाने की नींदे चुरा लूँ अगर, मेरे ख्वाबों में आने का वादा करो..मैं खड़ा हूँ यूँ बाहों को खोले हुए, मेरी बाहों में आने का वादा करो..तेरा हँसना रहूँ तेरा रोना रहूँ, तेरा जगना रहूँ तेरा सोना रहूँ...मै तुम्हारा तुम्हारा सदा, मुझ पे हक ये जताने का वादा करो....! वाह..आदरणीय अनुराग जी, बहुत खूब...बहुत सुंदर पंक्तियां शुभकामनाऐं
Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on June 24, 2013 at 7:59pm

आ0 अनुराग भाई जी, बहुत सुन्दर गीत।  हार्दिक बधाई स्वीकारें।  सादर,

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