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अच्छी रचना महिमा जी
बहुत अच्छी रचना महिमा जी
सुन्दर भावों से परिपूर्ण रचना महिमा जी| आदरणीय योगराज जी के विचारों का मैं भी समर्थन करता हूँ| साभार,
itna achha likhengi aap
kar dogi kya sabki chutti
himmat nahi padti manch par
aesi racna dekha bap re bap
badhai dun kya,
lo diya ashirvad.
सुंदर रचना बधाई स्वीकार करें
महिमा जी, कोई शक नहीं कि रचना का भाव पक्ष बहुत सदृढ़ है और शिल्प भी उत्तम है. मैंने एक जगह पहले भी अर्ज़ किया था कि कम शब्दों में आप बहुत अच्छी बात कहने की कला से भी वाकिफ हैं. क्या ही अच्छा हो अगर आप अपनी अभिव्यक्ति छंदों के माध्यम से करें. विशवास करें आपकी लेखनी में कई गुना निखार आ जायेगा, आप शुरुआत हाइकु से कर सकती हैं. बहरहाल इस रचना के लिए मेरी दिली बधाई स्वीकार करें.
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