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खजाना खाली है

कहती है सरकार ,खजाना खाली है
बेकल बेरोजगार खजाना खाली है

बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .

अपने हक जो मांगे उन को पीटो बस;
कर लो गिरफ्तार ,खजाना खाली है .

सी .एम् पुत्र तो सी. एम् ही बन जाना है
काहे की तकरार ,खजाना खाली है .

वोटें हैं ,मेहनत हैं ,या फिर जेबें हैं ;
इन की क्यों सोचें यार ,खजाना खाली है .


दीप जीर्वी

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Comment

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Comment by Harish Bhatt on July 12, 2012 at 3:12pm

आदरणीय दीप जी प्रणाम

वाह बहुत सही बात कही है आपने

हार्दिक बधाई

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on July 12, 2012 at 12:05pm

सरकार पे प्रहार करती रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकारें आदरणीय दीप जी


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on July 12, 2012 at 9:50am

वाह, वाह, वाह, क्या जबरदस्त कटाक्ष बद्ध किया है शब्दों को मजा आ गया पढ़ कर सच को आईना दिखा दिया 

Comment by Albela Khatri on July 12, 2012 at 9:13am

वाह साहेब दीप जीर्वी जी....
बहुत खूब.......

बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .

__बधाई !

Comment by Rekha Joshi on July 11, 2012 at 11:12pm

दीप जी 

बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .,बहुत खूब ,जनता की परेशानी से सरकार  को क्या लेना देना ,बढ़िया रचना बधाई 

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on July 11, 2012 at 11:09pm

उद्येश्यपूर्ण कहन के लिये आपका हार्दिक धन्यवाद.

Comment by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR on July 11, 2012 at 10:25pm

बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .

अपने हक जो मांगे उन को पीटो बस;
कर लो गिरफ्तार ,खजाना खाली है .

प्रिय दीप जिर्वी जी ..सुन्दर सन्देश ....
जो गरीब हैं उनको और गरीब बनाओ 
कम्बल बांटे वोट सदा ही हथिया लो ...खजाना खाली है 
भ्रमर ५ 

 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on July 11, 2012 at 9:34pm

देश की अर्थव्यवस्था की मौजूदा शाखाओं के कुविस्तार को दर्शाती इस  रचना  के लिए आपको बधाई आ. दीप जी

Comment by deepti sharma on July 11, 2012 at 8:33pm

बेहतरीन प्रस्तुति 

बहुत बहुत  बधाई आपको 

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