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Posted on May 16, 2013 at 9:42am — 5 Comments
क्यों मिल गयी संतुष्टि
उन्मुक्त उड़ान भरने की
जो रौंध देते हो पग में
उसे रोते , कराहते
फिर भी मूर्त बन
सहन करना मज़बूरी है
क्या कोई सह पाता है रौंदा जाना ???
वो हवा जो गिरा देती है
टहनियों से उन पत्तियों को
जो बिखर जाती हैं यहाँ वहाँ
और तुम्हारे द्वारा रौंधा जाना
स्वीकार नहीं उन्हें
तकलीफ होती है
क्या खुश होता है कोई
रौंधे जाने से ??
शायद नहीं
बस सहती हैं और
वो तल्लीनता…
ContinuePosted on February 13, 2013 at 9:26pm — 15 Comments
मेरे गीत तेरी पायलिया है
ओ मीत तू मेरी सावरिया है|
प्रेम गीत मैं गा रहा हूँ
तेरे लिए ही आ रहा हूँ
मिलन को बरस रही बादरिया है
ओ मीत तू मेरी सावरिया है|
मद्धम हवा साथ चली है
दिल में दीपक सी उजली है
देख झलक गयी गागरिया है
ओ मीत तू मेरी सावरिया है|
अगली पहर तक आ जाऊंगा
तुझे दुल्हन बना…
Posted on January 22, 2013 at 3:00pm — 4 Comments
Posted on October 4, 2012 at 9:37pm — 4 Comments
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आभार
अभिनन्दन
प्रिय दीप्ती जी !
जन्मदिवस की हार्दिक शुभ-कामनायें !
nice articles...
दीप्ति बहुत बधाई .........मै पढ़ना चाहूंगी कौनसी रचना के लिए आप पुरुस्कृत हुई हैं .......यहाँ ओ बी ओ में मै थोडा सा कन्फ्यूज़ हो जाती हूँ ......
दीप्ति जी, आपके सहयोग का हृदय से धन्यवाद।
इस साहित्यिक वैबसाइट पर आप मेर पहले मित्र बने हैं.।।मैं आपकी मित्रता को निभाने की हर संभव कोशिश करूँगा। शुक्रिया।
Simple,Sweet,natural words in your articles attracts readers to read
Congratulation for becoming Best Creater of the Month........best of luck
Deepak Kuluvi
Delhi
9350078399
आदरणीया दीप्ति शर्मा जी आपकी रचना शीर्षक :- प्राण प्रिये को "महीने की सर्वश्रेष्ट रचना पुरस्कार" प्रदान किये हार्दिक बधाई !!
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
आदरणीया दीप्ति शर्मा जी ,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "प्राण प्रिये" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१ और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु) , Bank A/C Details तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर
admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
dhanywaad, abhi yeh manch mere liye naya hai isliye iske taur tareeke jaanne ki koshish kar rahee hoon.
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