============ग़ज़ल=============
लगा है वक़्त कितना ये हसीं दुनिया बसाने में
बफा औ इश्क के खातिर सभी वादे निभाने में
भरोसा उठ चुका है दोस्ती के नाम से लोगो
लगा है यार को ही यार अब तो आजमाने में
जिगर के जख्म पर भी वाह वाही दी मुझे इतनी
मजा आने लगा हमको ग़ज़ल कहने सुनाने में
बहुत बेचैन रहता हूँ तडपता हूँ तरसता हूँ
मुहब्बत लुत्फ़ देती है मगर खुदको सताने में
हकीकत रू-ब-रू होगी बुरा वो मान बैठेंगे
असल सुनता नहीं कोई जमाने से ज़माने में
दिखावे से भरी दुनिया यहाँ हर शै दिखावे की
लगा हर आदमी हमको हसीं सपना दिखाने में
पुराने जख्म हैं गहरे मगर चेहरे में रंगत है
महारत है हमें हासिल ग़मों में मुस्कुराने में
जुदाई का मजा भी आ रहा है रात में देखो
अकेले बैठ कर शम्मा जलाने में बुझाने में
कभी हमदर्द थे वो "दीप" चढ़ कर चाँद पे बदले
बड़े मगरूर होकर वो लगे हैं दिल दुखाने में
संदीप पटेल "दीप"
Comment
आदरणीय अजीतेन्दु जी सादर नमन
आपको ये शेर पसंद आया और आपकी दाद मिली इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ
स्नेह और सहयोग यूँ ही बनाये रखिये
सुन्दर गजल मित्रवर....बधाई.........इन पंक्तियों के लिए खासतौर से.......
कभी हमदर्द थे वो "दीप" चढ़ कर चाँद पे बदले
बड़े मगरूर होकर वो लगे हैं दिल दुखाने में
आदरणीया राजेश कुमारी जी सादर नमन
आपका अत्यंत आभारी हूँ के आपने हमेशा अपनी मुक्त प्रतिक्रिया से मेरा मनोबल बढाया है
आपका ह्रदय से शुक्रिया
ये स्नेह अनुज पर यों ही बनाये रखिये
आदरणीय लक्ष्मण सर जी सादर प्रणाम
आपका बहुत बहुत शुक्रिया सहित सादर आभार
इस ग़ज़ल को पसंद करने हेतु
स्नेह यूँ ही बनाये रखिये सादर
पुराने जख्म हैं गहरे मगर चेहरे में रंगत है
महारत है हमें हासिल ग़मों में मुस्कुराने में ---बहुत बेहतरीन ग़ज़ल कही है प्रिय संदीप जी और ये शेर तो बहुत बहुत पसंद आया
मजा आने लगा तुमको ग़ज़ल कहने सुनाने में
लुफ्त ले रहे हमभी तुम्हारी गजल गुनगुनाने में
आदरणीय लोकेश जी सादर
आपको ग़ज़ल पसंद आयी और सराहना मिली
स्नेह इसी तरह बनाये रखिये
आपका बहुत बहुत शुक्रिया और सादर आभार
जिगर के जख्म पर भी वाह वाही दी मुझे इतनी
मजा आने लगा हमको ग़ज़ल कहने सुनाने में
"क्या बताये दोस्त ये दुनिया का दस्तूर पुराना है ,
जख़म को नासूर बनता ये जमाना है ,
तेरे एहसास जुदा नहीं औरो से ,बड़ा बेदर्द ये फसाना है ,"
बहुत ही खुबसूरत गजल ,इसे ही खुबसूरत लिखते रहिये दीप जी इस्वर आपके अंदर छुपे पहनकर को सलामत रखे ,
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