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गाँव की विधवाओं को सरकार की ओर से सहायता राशि वितरित की जा रही थी. तभी एक नौजवान विधवा अपने हिस्से की धनराशि लेने मंच की ओर बढ़ी, जिसे देख नेता जी ने सरपंच के कान में धीरे कहा,
"ये लड़की कौन है ?"
"
ये नंदू लुहार की बहू है नेता जी."
"अरे भई इसको तो बाकियों से ज्यादा पैसा मिलना चाहिए था."
"वो क्यों नेता जी ?"
"अरे
मुखिया जी, ज़रा बॉडी तो देखिए ससुरी की."  

 

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प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on August 6, 2013 at 2:27pm

लघुकथा आपको पसंद आई, दिल से आभार व्यक्त करता हूँ माननीया मीना पाठक जी.

Comment by Meena Pathak on August 6, 2013 at 1:42pm

आखरी पंक्ति दिल पर गोली की तरह लगी, ना जाने कब छुटकारा मिलेगा देश को ऐसे नेताओं से ....बेहद कम शब्दों में बहुत कुछ कह दिया आप ने, प्रभावपूर्ण लघुकथा के लिए  नमन करती हूँ आप को .. बधाई स्वीकारें आदरणीय 


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on August 6, 2013 at 12:34pm

लघुकथा पसंद करने हेतु सादर आभार अग्रज लक्ष्मण प्रसाद लड़ीवाला जी.

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on August 6, 2013 at 12:22pm

"अरे मुखिया जी, ज़रा बॉडी तो देखिए ससुरी की." इस एक वाक्य ने शेष अनकही कहानी कह दी | वाह !

गागर में सागर की कहावत को चरितार्थ करती सुन्दर लघुत्तम कहानी | इससे नेताजी का चरित्र सामने आ गया | ऐसी प्रभावपूर्ण लघु कहानी की लिए हार्दिक आभार स्वीकारे श्री योगराज प्रभाकर जी | सादर


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on August 6, 2013 at 9:40am

गीतिका जी, आपको लघुकथा पसंद आई, मेरा श्रम सार्थक हुआ. सादर धन्यवाद.


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on August 6, 2013 at 9:40am

लघुकथा पसंद करने के लिए दिल से आभार वसुंधरा बहन.


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on August 6, 2013 at 9:39am

सादर धन्यवाद श्री अरविन्द अम्बर जी

Comment by वेदिका on August 5, 2013 at 8:27pm

प्रभावोत्पादक लघु कथा प्रस्तुति करण|

न कुछ कम न ज्यादा, संतुलित रचना|

और विषय जो उठाया गया है अटूट पीर और सच्चाई भरा है|

नमन आपकी लेखनी को आदरणीय योगराज जी!   

Comment by Vasundhara pandey on August 5, 2013 at 7:29pm

उफ्फ...ये  हैं अभी तक भी अपने समाज की सेवायें...
लघु कथा बेहद भायी..गागर में सागर है समाई...

Comment by arvind ambar on July 27, 2013 at 10:28am

samsamaayik sajeev chitran..........waaaaaaaaaaaah

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