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रचना की पंक्तियाँ पसंद कर उद्धृत करने के लिए हार्दिक आभार स्वीकारे भाई श्री प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा जी
आदरणीय लक्ष्मण सर जी सुन्दर भावों को संजोया है आपने इस रचना में
देश की समाज की चिंता और चिंतन दोनों भाव स्पष्ट मुखरित हो रहे हैं
आपको बधाई
किन्तु मेरी ख्याल से कुछ टंकण त्रुटियाँ हैं उनमे सुधार अति आवश्यक जान पड़ता है
आप हमारे अग्रज है अतः आशा करता हूँ मेरी बात को आप अन्यथा नहीं लेंगे
क्षमा सहित अनुज
sachachai byan karti hui prastuti .badhai
जनहित सोंच खबर छपे, इसकी ही दरकार,
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