आदरेया प्राची जी के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए मैंने फिर कुछ हाइकु लिखने का प्रयास किया है, आशा करता हूँ की आप सभी मार्गदर्शन करेंगे.
मित्र मित्रता
शिव भोले श्री राम
सत्य सत्यता
गंगा स्नान
सुन्दर हो विचार
अंतर ध्यान
व्याकुल मन
अशांत सरोवर
राम भजन
कर्म प्रधान
सम्पूर्ण परमात्मा
आत्म सम्मान
भीषण ज्वर
होनी हो अनहोनी
श्री गिरधर
गीता का सार
लोक व परलोक
जीत में हार
जग कल्याण
ब्रम्हा - विष्णु - महेश
आत्मा है प्राण
Comment
आभार आदरणीय अशोक सर
अरुण जी
सादर, सुन्दर प्रयास किया है हाइकू पर आपने बधाई स्वीकारें.खामियों पर मिली सलाह पर अवश्य ध्यान दें.
आदरणीय बागी सर तहे दिल से आभार बिलकुल ठीक रहेगा
गंगा स्नान.......एक वर्ण कम है ......गंगा में स्नान ....क्या यह ठीक होगा |
हाईकू में पहला शर्त कि तीनों पक्तियां स्वतंत्र हो ..उसका पालन निश्चित रूप से किया गया है |
जैसा कि डॉ प्राची जी ने भी कहा , कथ्य कई जगहों पर स्पष्ट होकर नहीं उभर रहें |
बहरहाल इस प्रयास पर बहुत बहुत बधाई |
आदरेया प्राची जी सराहना व हौंसला आफजाई हेतु अनेक-2 धन्यवाद मुझे भी खामियां प्रतीत हो रही हैं मात्रा भी ज्यादा है दुसरे हाइकु में, इसी तरह के स्नेह व सहयोग की आकांक्षा आपसे सदैव रहेगी आपका अनेक-2 धन्यवाद.
प्रिय अरुण जी,
आपनें शिल्प को पकड़ा , और हाइकू लिखे, उच्च भावों को शब्द देने का यह प्रयास सराहनीय है, परन्तु इस बार आपके कथ्य बहुत स्पष्ट प्रतीत नहीं होते..
दूसरे हाइकू की प्रथम पंक्ति की मात्रा गणना दुबारा कर लें.
ओबीओ पर ही हाइकू विधा पर एक विस्तृत आलेख भी उपलब्ध है, आप उसे भी ज़रूर पड़ें.
सभी सदस्यों का परस्पर सीखना सिखाना ही इस मंच की परिपाटी है..
हार्दिक शुभकामनाएं
ठीक करने हेतु बहुत-2 शुक्रिया आ. एडमिन महोदय.
आदरणीय एडमिन महोदय आपसे गुजारिश है की मैंने दो जगह लिखने में गलती की है कृपया ठीक कर दें
1. मैं फिर से कुछ हाइकु लिखने का प्रयास किया है में "मैं" की जगह मैंने कर दें
2. गीता का सार
लोक व परलोक
गीत में हार
गीत की जगह जीत कर दें
सादर
अरुन शर्मा
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online