बलात
Comment
आदरणीया प्राची जी,
सादर
सही है
आभार
आदरणीय विजय सर जी,
सादर अभिवादन
आभार प्रोत्साहन हेतु
शायद, अब इस विषय पर कुछ और कहने सुनने को मन नहीं...इसलिए कुछ भाव भी नहीं आ रहे मन में..
सादर.
आदरणीय प्रदीप जी,
नन्ही कोमल सी कली
नाज लाड़ पली बढ़ी
नाग ने डस लिया
आदरणीय अनन्त जी, सस्नेह
आप जैसे नवजवानो पर ही दारोमदार है
आभार.
आदरणीया सीमा जी, सादर अभिवादन
यदि मैं अपनी बात कहने में सफल हुआ तो आभार
आदरणीय लड़ी वाला जी,
सादर अभिवादन
सुर में सहयोग हेतु आभार
प्रिय महिमा श्रे जी,
सस्नेह
घटना ने झकझोर के रख दिया.ज्यादा कह नहीं सकते
जुल्म हो मजलूमो पर हम चुप रह नहीं सकते
आभार
आदरणीय सौरभ गुरुदेव जी,
सादर अभिवादन
आपका आशीष ही मुझे लिखने को प्रोत्साहित करता है.
आभार
आदरणीय सर मन के भीतर पल रहे आक्रोश को स्वर दिया है आपने, अब वक़्त आ गया है कि सोंच बदले, समझ बदले और इस तरह की घटनाओं से मुक्ति मिले, बधाई स्वीकारे.
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