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वाह… बहुत सुन्दर….
लाजवाब…
भावों को सुन्दर शब्द दिए हैं आदरणीया सदर बधाई स्वीकारें.
बहुत ही सुन्दर रचना......सादर बधाई हो.......
वाह बहुत खूबसूरती से दिल के भावो को शब्दों के जरिये उकेरा है
आदरणीया पूनम जी:
बहुत ही भावपूर्ण सुन्दर रचना । निम्नांकित पंक्तियाँ बहुत भाईं...
// तुम शांत भी तो नही रहती
बहुत बधाई इस कविता पर, बहुत ही खूबसूरत विश्लेषण आपने किया है
क्यों नहीं लिखती" का कारण कागज़ पर सबके सामने रखने हेतु लिख दी कविता आपने अपने और ला दिए
अपने भाव सामने | बधाई पूनम सिंह जी
बहुत सुंदर
दिल के भावों को सफाह पर उकेर दिया है आपने
सादर बधाई हो
बहुत ही सुन्दर रचना हार्दिक बधाई आपको ///
निरंतर प्रयासरत रहिये
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