For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

जल से भरा सरोवर |

एक मीन गंदा करती है  , पर सारे होते बदनाम | 
सच्चाई कोई ना जानें , लग जाता  सब पर इलजाम |
नकली ही बन जाता असली ,  झूम कर  घूमे खुलेआम |
पुलिस वाले ढूढते रहते , असली का ना आये नाम | 
खुदवाया जब एक सरोवर , दूध भरेगें किया विचार | 
सब एक घडा दूध डाल दो  , सन्देश  भेजा  बेकरार  |  
रात में भर जाये सरोवर , सब को होगा हर्ष अपार | 
विकल हुए सब राजा का सुन , सोच! जाये दूध बेकार |
सबके पास गाय भैस लगे , चले दूध लेकर  तैयार |
रात अंधेरी चाँद गायब ,  सिर पर रखा घडा मन मार | 
मेहनत से ये दूध आये , ना डालेगें किया विचार |
सब लोग ही दूध डालेगें , छिपे  नीर घडा एक बार |
जल से भरा घडा ले डाला , कोई ना देखा संस्कार  |
सब के मन में बात समाई ,  सब ने डाला जल की धार  |
जल से भरा सरोवर देखा , सोचा मेरे  मन की हार  |
राजा देखा सब  कैसे  है , सब का कैसे एक  विचार | 
डरते डरते सब ने डाला , निरीक्षण न  किया एक बार | 
पहले जान लेता हकीक़त , कितने सच हैं लोग हमार  |
हमने किया सब पर भरोसा , कैसा  सिला मिला इस  बार |
वर्मा  पक्षी खेत खा जाये ,  कहाँ गया था वो  रखवार | 
श्याम नारायण वर्मा 
(मौलिक व अप्रकाशित)

Views: 648

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by अरुन 'अनन्त' on June 8, 2013 at 1:43pm

आदरणीय प्रयास हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें किन्तु शिल्प और कसावट पर अधिक ध्यान दें आप ओ बी ओ परिवार में काफी समय से सक्रिय हैं आपसे उम्मीद अधिक है थोडा और श्रम बस फिर देखिये आनंद आने लगागा आपको भी और पाठकों भी. सादर

Comment by शुभांगना सिद्धि on June 8, 2013 at 2:29am

सुंदर कथा कविता रूप में

Comment by Vinita Shukla on June 7, 2013 at 7:04pm

सुंदर सन्देश देती हुई कथा. हार्दिक साधुवाद.

Comment by Shyam Narain Verma on June 7, 2013 at 4:30pm

जी ,

आपका बहुत बहुत आभार |

सादर ,

 

Comment by वेदिका on June 7, 2013 at 3:42pm
कहीं कही गेयता बाधित है ...आल्हा की धुन पे गीत नही गाया जा प् रहा 
सब ने डाला जल की धार // जल की धार स्त्रीलिंग है 'डाली जल की धार 
 सन्देश  भेजा  बेकरार  // बेकरार का इस पंक्ति में योग समझ  नही आया 
हमने किया सब पर भरोसा // हमने सब पर किया भरोसा ....गेयता के हिसाब से शब्दों का स्थान बदला है देख लीजिये 
 
सुंदर कथा ...लेखन कर्म पर बधाई 
Comment by बृजेश नीरज on June 7, 2013 at 3:23pm

आदरणीय गेयता प्रभावित है। इसे फिर देख लें। सादर!

Comment by Shyam Narain Verma on June 7, 2013 at 2:37pm

आदरणीय ,

हमने आल्हा या वीर छंद में लिखा है , जिसमे ३१ मात्रा , १६ , १५ पर यति और अंत में   एक गुरु एक लघु होता है |

सादर ,

Comment by बृजेश नीरज on June 7, 2013 at 2:27pm

आदरणीय आपकी पूर्व रचना भी इसी स्वरूप में थी। आपसे अनुरोध है कि यह स्पष्ट करें कि यह किस विधा में लिखा है आपने। यह निवेदन मैंने आपसे आपकी पूर्व रचना मेहनत पर भी किया था। आप रचना पर प्राप्त टिप्पणियों को या तो महत्व नहीं देते या फिर उनका प्रत्युत्तर देना उचित नहीं समझते। आशा है कि आप रचना पर प्राप्त टिप्पणियों को गम्भीरता से लेंगे।
सादर!


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on June 7, 2013 at 9:35am

आदरणीय, इसी कथ्य को किसी शिल्प में बाँधे तो उसे कहते, तो कविता होती. शुभ-शुभ

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on June 7, 2013 at 9:02am

सीख देते किस्से के आधार पर रची सुन्दर रचना के लौए हार्दिक बधाई श्री स्याम नारायण वर्मा जी  

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय / आदरणीया , सपरिवार प्रातः आठ बजे भांजे के ब्याह में राजनांदगांंव प्रस्थान करना है। रात्रि…"
12 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छन्द ठिठुरे बचपन की मजबूरी, किसी तरह की आग बाहर लपटें जहरीली सी, भीतर भूखा नाग फिर भी नहीं…"
yesterday
Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

चित्र से काव्य तक

"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोंत्सव" में भाग लेने हेतु सदस्य इस समूह को ज्वाइन कर ले |See More
yesterday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद +++++++++ पड़े गर्मी या फटे बादल, मानव है असहाय। ठंड बेरहम की रातों में, निर्धन हैं…"
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद  रीति शीत की जारी भैया, पड़ रही गज़ब ठंड । पहलवान भी मज़बूरी में, पेल …"
yesterday
आशीष यादव added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
Thursday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Nov 17

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Nov 17
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Nov 16

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service