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दूसरे जरूर हंसा करे लेकिन जिसकी जान सांसत मे हो वही जाने| आपका दुखड़ा सुनाकर आपने कितनों के चेहरे पे हंसी ले आए|
बहुत बहुत बधाई!
हा...हा..हा.... हास्य से सराबोर इस कृति हेतु बधाई आ0 दीपक भाई....
ठीक ही किया दीपक भाई , शादी के लड्डू खाकर पछ्ताना ज्यादा अच्छा होता है। बधाई सुंदर रचना के लिए ।
वेदना और हास्य का अनूठा संयोजन | हार्दिक बधाई आपको
DEAR ALL
PLEASE GUIDE ME HOW TO RE -COMMENT TO CONCERN PERSON
इस सुंदर हास्यपाद रचना हेतु बधाई स्वीकारें आ0 दीपक जी ।
बहुत सुन्दर हास्य रचना हार्दिक बधाई स्वीकारें आदरणीय
बहुत हास्यप्रद रचना, बधाई स्वीकारें आदरणीय दीपक जी
सुन्दर हास्य रचना आदरणीय दीपक जी बधाई स्वीकार करें
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