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दीपोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाए 

पुष्य नक्षत्र की शुभ बेला में, लक्ष्मी जी ने जन्म लिया,

महक फैलाती आई कमला, गुरु नक्षत्र का चयन किया |

ज्ञान पिपासु की वृद्धि करने, ज्ञानेश्वरी को साथ लिया,             

धन वैभव में बरकत करती, सुख सम्रद्धि का भाव दिया |

 

लक्ष्मी,गणेश खुश हो जाते,जब हो हंसवाहिनी संग,   

दीपोत्सव त्यौहार मनाओ, रंगोली ले आती रंग | 

घर लक्ष्मी की हो प्रसन्नता, लक्ष्मी देवे तब वरदान  

बिन गणपति और ज्ञानेश्वरी,उल्लू छोड़े खूब निशान |

 

घोर अमावस की काली छाया, ज्योति जलने से छट जाए  

प्रेममयी ज्योतिर्मय ज्वाला, घरभर सब रोशन कर जाए |

तुलसी के से श्लोक रचे तो, सबके उर उजियाला छाए 

काव्यलोक से सबके मन में, ज्ञान चेतना घर कर जाए  |             

(मौलिक व् अप्रकाशित)

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Comment

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Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on November 4, 2013 at 10:53am

हार्दिक आभार एवं दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं श्री रमेश कुमार चौहान जी 

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on November 4, 2013 at 10:52am

हार्दिक आभार एवं दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं भाई श्री अरुण कुमार निगम जी 

Comment by रमेश कुमार चौहान on November 3, 2013 at 11:11pm

आदरणीय आपको दीप पर्व की हार्दिक शुभकामना । समसमायिक पर्व विशेष पर प्रस्तुत रचना के लिये कोटिश बधाई


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by अरुण कुमार निगम on November 3, 2013 at 1:38pm

दीपोत्सव पर सुन्दर रचनाएँ.............

शुभ दीपावली.........

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