नयी धूप मै ले आऊँगा !
नए साल मे ,
नया सवेरा -
नयी धूप मै ले आऊँगा ।
सपनों के डोले से ,
हर पल –
खुशियाँ सब पर बरसाऊंगा ।
मांगूंगा मै ,
ढेरों खुशियाँ -
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे मे I
सुख, शांति की बारिश होगी
भारत के हर घर बारे मे ।
शांति प्रेम का संदेशा ले ,
मै तो अब –
घर घर जाऊंगा ।
नए साल मे ,
नया सबेरा -
नयी धूप मै ले आऊँगा ।
~~~ मौलिक एवं अप्रकाशित
Comment
बहुत सुंदर रचना मन में आशा का किरण जगाने वाला. अनेक शुभकामनाएँ भाई साहब.
बहन महिमा श्री जी , शिज्जु शकूर जी, गिरिराज भण्डारी जी, बहन अनुपमा बाजपेयी जी, अजय शर्मा जी, जितेंद्र गीत जी,
सुशील शर्मा जी, श्यामनारायन वर्मा जी ~~~~~~ नव वर्ष के अवसर पर लिखी रचना आपलोगो को पसंद आयी। प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद । नव वर्ष आप एवं आपके परिवार के लिए अपार खुशियाँ, सुख, शांति एवं समृद्धि लाये- ईश्वर से ऐसी प्रार्थना है ।
बहुत सुन्दर रचना के लिये आपको बधाई...... |
nav varsh par sundr bhaavon se ot prot is rachna ke liye haardik badhaae SIR
नववर्ष पर सुंदर सकारात्मक रचना हेतु बधाई स्वीकारें आदरणीय ब्रह्मचारी जी
bahut hi achhi nazm hai .....adarniya
आगामी नव वर्ष के लिए इस सुंदर रचना प्रस्तुति हेतु आपको बहुत बधाई , आदरणीय ब्रम्ह्चारी जी ।
आदरणीय ब्रम्हचारी जी , बहुत सुन्दर , बहुत प्यारे भाव लगे ॥ रचना के लिये आपको हार्दिक बधाई ॥
आदरणीय ब्रह्मचारी सर बहुत खूबसूरत भावपूर्ण रचना है,इस रचना के लिये हार्दिक बधाई
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