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अच्छा नहीं होता गुस्सा - जवाहर

अच्छा नहीं होता गुस्सा

पर हो जाता है

मन में गुस्सा

जब कभी

मन माफिक नहीं होता

कोई भी काम

नहीं मानते

अपने ही कोई बात

फिर क्या करें ?

हो जाएँ मौन ?

फिर समझ पायेगा कौन?

आप सहमत हैं या असहमत

क्योंकि

लोग तो यही कहेंगे

मौनं स्वीकृति लक्षणं

मन में रखने से कोई बात

हो जाता नहीं तनाव ?

तनाव और गुस्सा

दोनों है हानिकारक

तनाव खुद का करता नुक्सान

गुस्सा खुद के साथ

दूसरों को भी

करता है परेशान

अत: छोड़ें गुस्सा

बढ़ने दें तनाव

करें व्यायाम और प्राणायाम

लेकर प्रभु का नाम

(मौलिक और अप्रकाशित)

- जवाहर लाल सिंह 

Views: 721

Comment

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Comment by JAWAHAR LAL SINGH on November 27, 2014 at 6:53pm

आदरणीय श्री हरि प्रकाश दुबे जी, सादर अभिवादन!

रचना को सम्मान देने के लिए हार्दिक आभार!

Comment by JAWAHAR LAL SINGH on November 27, 2014 at 6:50pm
आदरणीय श्री योगराज प्रभाकर जी, सादर अभिवादन!
रचना को सम्मान देने के लिए हार्दिक आभार!
Comment by JAWAHAR LAL SINGH on November 27, 2014 at 6:48pm
आदरणीय श्री बागी जी, सादर अभिवादन! गुस्से की उर्जा को सकारात्मक उपयोग ही दिया जाना चाहिए ...आपका सुझाव श्लाघ्य है ...आपका हार्दिक आभार!
Comment by JAWAHAR LAL SINGH on November 27, 2014 at 6:45pm
आदरणीय श्री डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव जी, सादर अभिवादन!
रचना को सम्मान देने के लिए ह्रदय तल से आभार!
Comment by Hari Prakash Dubey on November 27, 2014 at 5:30pm

सुन्दर  प्रस्तुति , आदरणीय जवाहर जी ,हार्दिक बधाई ..साभार !


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on November 27, 2014 at 2:34pm

अच्छी और संदेशपरक प्रस्तुति है आ० जवाहर लाल सिंह जी, बधाई स्वीकारें।


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on November 27, 2014 at 1:02pm

गुस्सा भी एक प्रकार की ऊर्जा है और ऊर्जा को सकरात्मक स्वरुप देना ही श्रेयष्कर है, अच्छी रचना प्रस्तुत हुई है, बहुत बहुत बधाई आदरणीय जवाहर जी।

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on November 27, 2014 at 11:55am

अत: छोड़ें गुस्सा

बढ़ने दें तनाव

करें व्यायाम और प्राणायाम

लेकर प्रभु का नाम---------------------------- अति सुन्दर i

कृपया ध्यान दे...

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