" आज के बाद ये सब खेल मत खेलना " और उसने सारे गुड्डे , गुड़िया को उठा कर फेंक दिया । बेटी सहम गयी , कुछ महीने पहले मम्मी ने ही इतने प्यार से ख़रीदे थे उसके लिए !
अगले दिन वो खिलौनों में बाइक्स और कार के अलावा कुछ गन भी ले आई थी और तलाक़ के नोटिस का ज़वाब भी भिजवा दिया था ।
मौलिक एवम अप्रकाशित
Comment
आ. vinaya kumar singh जी ,,,,कृपया कथा का भाव स्पष्ट करें ,,मुझे समझ नही आ रहा |
प्रतीकों में आप अपनी बात बड़ी सहजता से कह जाते हैं. सादर
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