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बहुत सुन्दर नज़्म कही है आद० पुनेठा जी बाकी आद० समर भाई जी की इस्स्लाह काबिले गौर है | आपको बहुत बहुत मुबारकबाद |
आदरणीय यमित जी नमस्कार ओ बी ओ में आपका स्वागत है आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी ने सहा कहा है रचना की विधा और उसका मात्रिक विधान रचना से पूर्व लिखना अो बी ओ का अनुशासन है जिससे पाठको को उसकी जानकारी हो सके । रचना प्रस्तुत करने के लिये बधाई । जिस विधा पर आप काम करना चाहते है उससे संंबंधित ग्रुप मख्य पृष्ठ पर उपलब्ध है आनी रुचि के अनुसार उसको ज्वाईन करें और संभावनाओं का अथाह सागर आपके सामने खुल जाएगा । सादर
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