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आदरणीय रवि जी नमस्कार , आप बिल्कुल सही कह रहे हैं ,किन्तु हम जैसे नविन प्रशिक्षुओं के लिए आप के मुताबिक निचे उल्लेखित जानकारी वास्तव में बिलकुल ही समझ नहीं आती , इस मंच से एवं इस सन्देश के माध्यम से आग्रह पूर्वक निवेदन चाहूंगा कि इन तकनिकी /बारीकियों के जानकारी हेतु कार्यशालाओं का आयोजन अति आवश्यक भी है और अपेक्षित भी !!!
आदरणीय संतोष जी आपकी रचना का स्वागत है अगर इसेगजल के रूप में आपने प्रस्तुत किया है तो अरूज के मुताबिक ये गजल नहीं है ।इसमें काफिया ही नहीं है और आप ने इसका अरकान भी रचना से पहले नहीं लिखा जिससे इसकी बहर पहचानने में सहूलियत हो ।
ये मंच का अनुशासन भी है । अगर गजल पर अभ्यास करना चाहें तो मंच पर गजल की कक्षा और गजल की बातें दो स्थान है जहां विस्त़त जानकारी उपलब्ध है सादर ।
शुक्रिया आ. आरिफ़ साहब......
शुक्रिया सुरेंद्र जी .......
प्रणाम सहित शुक्रिया आ. समर साहब , आप के दिए इस मार्गदशर्न अनुसार अवश्य ही दुरुस्त कर लूँगा .........
ह्रदय से आभार !!
रचना अच्छी लगी। बधाई।
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