आभासी इस दुनिया में क्या
आभास भी आभासी होते हैं ?
शक्ल नहीं होती है सामने
इंसान भी आभासी होते हैं ?
समय समय पर बनते बिगड़ते
रिश्ते भी आभासी होते हैं ?
इंसान में इंसानियत नहीं तो
आभासी इंसान भी होते हैं ?
बदलते युग का आगाज़ है
असली और नकली भी होते हैं ?
साहित्य कोष में भी
कहीं आभासी शब्द होते हैं ?
जाने कितने ऐसे सवाल है मन में
यह बेबुनियाद और अभासी होते हैं ?
मौलिक और अप्रकाशित
Comment
आभासी को देख कर सामने आना ही होता है अगर नहीं आये तो वह नही आभासी होता है आना होगा सामने यह है उसकी मजबूरी नहीं सहारा उसका दूसरा कोई कही होता है इसलिए आभासी को देखकर मुकरना है मंजूर नही वह कल्पना से है उपजा पर उसे कहना जरूर कहीं
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