1-
जिसको भी मतदान का, भारत में अधिकार।
उसको चुननी चाहिए, एक कुशल सरकार।।
एक कुशल सरकार, वोट देने से बनती।
जब देते सब वोट, चैन की तब ही छनती।।
यह भी करें विचार, वोट देना है किसको।
उसको ही दें वोट, लगे अच्छा जो जिसको।।
2-
नेता कहें चुनाव में, वोटर को भगवान।
लोकतंत्र के यज्ञ में, समिधा है मतदान।।
समिधा है मतदान, यज्ञ में शामिल होना।
यह अमूल्य अधिकार, नहीं आलस में खोना।।
करके सोच विचार, वोट जो वोटर देता।
वह वोटर निष्पक्ष, सही चुनता है नेता।।
(मौलिक व अप्रकाशित)
**हरिओम श्रीवास्तव**
Comment
बहुत ही बेहतरीन रचना की प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकार करें आदरणीय हरिओम जी।
जनाब हरिओम साहिब, सुन्दर कुंडलियां हुई है मुबारकबाद क़ुबुल फरमाएं l
हार्दिक आभार आदरणीय बबिता गुप्ता जी।
मतदान और मतदाता का महत्व दर्शाती बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीय हरिओम सरजी।
आदरणीय समर कबीर साहब, आपकी उपस्थिति व हौसलाअफजाई हेतु हार्दिक आभार।।
जनाब हरिओम श्रीवास्तव जी आदाब,अच्छे कुण्डलिया छन्द रचे आपने,बधाई स्वीकार करें ।
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