पतंगों को यूँ ढील मत देना.
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खुद को जज्बातों का वकील मत देना. तुम्हारे घर भी इज्जत का सामान है! bahut khoob soorat nasihat saaf saaf, adarrniya mahoday badhai.
Abhinav ji,Mridu ji,Vandana ji,Satish sir,Sundeep ji,Rajesh kumari mam.,aadarniy Vinas ji,aur Rakesh ji.....sabhi sudhijano ka hriday se aabhar....
हर शेर में एक नया ख़याल उभरा है और मजबूती के साथ हार्दिक बधाई अविनाश जी ||
दुनिया है ये ताड़ बना सकती है
बहुत ही सुन्दर ग़ज़ल प्रस्तुत की आपने|
vaah avinaash ji bahut umda bhaav,achhi nasihat deti hui ghazal .badhaai
सुन्दर भावाभिव्यक्ति
Vah, bahut khub,
Aadarneey Avinaash ji, Sadar Badhai.
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