For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ग़ज़ल : खुदा से पूछता ये बात कब तक।

1222/1222/122

खुदा से पूछता ये बात कब तक।

कि सुधरेंगे मिरे हालात कब तक।।

मैं शर्मा हूँ कि वर्मा हूँ कि क्या हूँ

भला पूछोगे मेरी ज़ात कब तक।।

ज़माने कम से कम ये तो बता दे।

मुझे मिलती रहेगी मात कब तक।।

उजालों से हमेशा पूछता हूँ।

रहेगी ये अँधेरी रात कब तक।।

मेरे आकाश से होती रहेगी।

सुनो तेज़ाब की बरसात कब तक।।

वो देखेगा मुझे मुड कर कभी क्या।

वो समझेगा मिरे जज़्बात कब तक।।

(मौलिक और अप्रकाशित)

Views: 750

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on December 10, 2014 at 3:18pm

खूबसूरत ग़ज़ल हुई है भाई केतन कमाल जी, दिली दाद हाज़िर है।

Comment by Ketan Kamaal on September 8, 2014 at 5:42pm

gumnaam pithoragarhi Ji sadar shukriya aapka

Comment by gumnaam pithoragarhi on September 6, 2014 at 5:13pm

मैं शर्मा हूँ कि वर्मा हूँ कि क्या हूँ

भला पूछोगे मेरी ज़ात कब तक।।,,,,,,वाह

उजालों से हमेशा पूछता हूँ।

रहेगी ये अँधेरी रात कब तक।।

सुन्दर ग़ज़ल...बधाई.

Comment by Ketan Kamaal on September 5, 2014 at 5:51pm

Shukriya Mohtarma aapka Nawazish ke liye

Comment by MAHIMA SHREE on September 5, 2014 at 5:08pm

खुदा से पूछता ये बात कब तक।

कि सुधरेंगे मिरे हालात कब तक।।

मैं शर्मा हूँ कि वर्मा हूँ कि क्या हूँ

भला पूछोगे मेरी ज़ात कब तक।।....लाजवाब ..बाकमाल ग़ज़ल हुयी है ..बधाई बधाई 

Comment by Ketan Kamaal on September 5, 2014 at 4:01pm

Shukriya sabhi hazraat ka nawazish ke liye

Comment by Ketan Kamaal on September 4, 2014 at 10:21pm
बहुत शुक्रिया आप सभी आदरणीय भाइयो और बड़ो का आशीर्वाद बना रहे।
Comment by Ram Awadh VIshwakarma on September 4, 2014 at 6:43pm

केतन जी आप के सभी शेर बोलते हुए हैं उम्दा ग़ज़ल के लिए बधाई


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on September 4, 2014 at 5:28pm

लाजवाब , आदरणीय केतन भाई , सभी अश आर बढ़िया कहे हैं , हार्दिक बधाइयाँ |

Comment by Nilesh Shevgaonkar on September 4, 2014 at 4:53pm

वाह केतन भाई ..वाह "कमाल" का कमाल 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आदरणीय नीलेश भाई,  आपकी इस प्रस्तुति के लिए हार्दिक धन्यवाद और कामयाब अश'आर पर…"
4 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"धन्यवाद आ. शिज्जू भाई "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आ. चेतन प्रकाश जी,आपको धुआ स्वीकार नहीं हैं तो यह आपका मसअला है. मैंने धुआँ क़ाफ़िया  प्रयोग में…"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on गिरिराज भंडारी's blog post एक धरती जो सदा से जल रही है [ गज़ल ]
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल के फीचर किए जाने की हार्दिक बधाई।"
7 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"वाह वाह, आदरणीय हरिओम जी, वाह।  आप कुण्डलिया छंद के निष्णात हैं। आपके सहभागिता के लिए हार्दिक…"
20 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सुरेश कल्याण जी,  आपकी छंद रचना और सहभागिता के लिए धन्यवाद।  योगी जन सब योग को,…"
20 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"छंदों की प्रशंसा और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय अशोक जी"
21 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अजय गुप्ता जी सादर, प्रदत्त चित्र को छंद-छंद परिभाषित किया है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकारें.…"
21 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक  भाईजी  छंदों की प्रशंसा और प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद आभार…"
21 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रदत्त चित्रानुसार योग के लाभ बताते सुन्दर कुण्डलिया छंद रचे हैं…"
21 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ भाईजी  छंदों की प्रशंसा और सुझाव के लिए हार्दिक धन्यवाद आभार आपका। "
21 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव साहब सादर, प्रदत्त चित्र पर आपने सुन्दर कुण्डलिया छंद रचे हैं.…"
21 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service