साथियों बड़े हर्ष के साथ सूचित करना है कि ओ बी ओ सदस्य डॉ सूर्या बाली "सूरज" को विगत दिनों होटल ताज नई दिल्ली में भारत के उप राष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी द्वारा पुरुस्कृत किया गया | यह पुरस्कार डॉ बाली की एक डाक्टर के तौर पर की गयी सामाजिक सेवाओं के लिए है जिसे आप विषम परिस्थितियों के बावजूद पिछले 10 सालों से कर रहे हैं | आपका उद्देद्श्य समाज के हर व्यक्ति तक सस्ती, अच्छी, जरूरत के अनुरूप, स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना है ।
अमेजिंग इंडियन पुरस्कार की 6 श्रेणियों में आप “अनस्टापेबल इंडियन” श्रेणी में प्रथम रहे और इस पुरस्कार का हकदार बने । पुरस्कार के समय संसद के दोनों सदनों के माननीय सदस्य गण भी उपस्थित रहे और उत्साहवर्धन किया ।
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार आपके इस उपलब्धि पर गौरवान्वित है और आपको बहुत बहुत शुभकामनायें प्रेषित करता है |
Comment
आप सभी मित्रों और ओबीओ परिवार के सदस्यों का हृदय से आभारी हूँ। आप सभी की शुभ कामनाओं और बधाइयों से आह्लादित हूँ। आप अपना सहयोग, प्यार और आशीर्वाद की अमृत वर्षा ऐसे ही करते रहें। ये आपका प्यार और सहयोग ही है जो मुझे कुछ करने का हौसला देता रहता है। आप सभी का पुनः धन्यवाद !
सूरज
हार्दिक शुभकामनाएँ ,डॉ सूर्या बाली जी,.
ढेरों शुभकामनाएं, आप हमेशा स्वस्थ, प्रसन्न एवं ऊर्जावान बने रहें
आदरणीय डॉ . सूर्या बाली जी को हार्दिक बधाई ! आपके गुणों और उपलब्धियों पर हमे गर्व है !! कहा गया है कि परोपकार ही संतों का आभूषण है । आज जबकि वैयक्तिक सोच समाज में घर करती जा रही है डॉ बाली जी की समाज के प्रति सोच उन्हें भीड़ से अलग करती है । वे हार्दिक बधाई , शुभकामना और साधुवाद के पात्र हैं !! एक सफल विशेषज्ञ चिकित्सक होने के साथ साथ साहित्य और संस्कृति में प्रति आपकी अभिरुचि और प्रवीणता स्तुत्य है । आपके ओ बी ओ परिवार के सक्रिय - सम्मानित सदस्य होने के नाते भी हम सब अभिभूत हैं आपकी इस उपलब्धि पर !! आप यूं ही प्रगति पथ अग्रसर होते रहें अनंत शुभेच्छाएं !!
असीम शुभकामनाएं ...
डॉ सूर्या बाली जी, आपको दिल की गहराइयों से अनेकानेक बधाइयाँ । भगवान् आप पर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखे ताकि देशभर के जरुरतमंद लोगों तक आपकी सेवा व सहायता पँहुच सके । हार्दिक शुभकामनाएँ ।
सादर.... :)
डा. साहिब , पुरस्कार मिलने पर बहुत बहुत बधाई हो
डॉ सूर्या बाली जी को हार्दिक बधाई
डॉ सूर्या बाली जी "अनस्टापेबल इंडियन" पुरस्कार के लिए आपको बहुत सारी शुभकामनायें
आपने लोगों की जो सेवा की उसके लिए दिल से आपको धन्यवाद
ईश्वर करे आगे भी आपका मान सम्मान दिन दुगुना बढ़ता रहे
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online