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जिंदगी इतनी खूबसूरत होगी,
जिंदगी में इतने रंग होंगे,
जिंदगी इतनी खुशहाल होगी,
जिंदगी में इतना प्यार होगा,
ऐसा कभी सोचा न था ।

जिंदगी निस्ठुर भी होगी,
जिंदगी थपेड़े भी मारेगी,
जिंदगी हम पर हँसेगी,
जिंदगी भँवर में फँसायेगी,
ऐसा कभी सोचा न था ।

जिंदगी कर्म का पाठ पढ़ाएगी,
जिंदगी कटु सत्य बताएगी,
जिंदगी सही रास्ता दिखायेगी,
जिंदगी विजय पथ भी बताएगी,
ऐसा कभी सोचा न था ।

जिंदगी में कोमलता होगी,
जिंदगी इतनी नाजुक होगी,
जिंदगी इतनी भावुक होगी,
जिंदगी परीक्षा भी लेगी,
ऐसा कभी सोचा न था ।

जिंदगी नीरस होगी,
जिंदगी पीड़ा देगी,
जिंदगी हार देगी,
जिंदगी रुलाएगी भी,
ऐसा कभी सोचा न था ।

संघर्ष करो जिंदगी से,
शिक्षा लो जिंदगी से,
हार कभी न मानो जिंदगी से,
जीतकर दिखाओ जिंदगी से,
बता दो औकात,जिंदगी को जिंदगी की ।

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सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on November 8, 2012 at 8:11am

ज़िंदगी हर कदम एक नयी जंग है.....

संघर्ष करो जिंदगी से,
शिक्षा लो जिंदगी से,
हार कभी न मानो जिंदगी से,
जीतकर दिखाओ जिंदगी से,
बता दो औकात,जिंदगी को जिंदगी की ।...............बधाई इस अभिव्यक्ति पर.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on November 7, 2012 at 6:00pm

जीतकर दिखाओ जिंदगी से,
बता दो औकात,जिंदगी को जिंदगी की ... .......   ?????

आपकी प्रस्तुति पर आपको हार्दिक बधाई. सतत प्रयासरत रहें.

Comment by रविकर on November 7, 2012 at 11:50am

बहुत बढ़िया आदरणीय ।

शुभकामनायें स्वीकारें ।।

जीवन का पहला चरण, इसीलिए खुशहाल ।

दूजा ही सबसे अधिक, झेले पीर बवाल ।

झेले पीर बवाल, यहीं पर आकर सोचे ।

रही जिंदगी पाल, यहीं पर बेढब लोचे ।

करे परीक्षण राम, बड़ा जालिम यह यौवन ।

रहे नियंत्रित काम, नीति नियमों में जीवन ।।

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