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"ग़ज़ल "

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कलम का वार कैसा है कोई उनको बताये तो !
सियासत हाथ मलती है कोई दिल से चलाये तो !!

हमारे देश में अब राज चलता है लुटेरों का !
हमें भी साँस मिल जाये कोई इनको हटाये तो !!

किसी नादाँ के ऊपर देश का तुम भार मत ढालो !
बता दो देश से पहले वोह अपना घर चलाये तो !!

हमेशां जिंदगी से जूझता है आम हर बन्दा !
कभी वोह चैन से सोये , कभी इतना कमाये तो !!

हमारी साँस पे भी वोह तो अपना हक्क जमाता है !
कभी साँसों पे अपनी भी हमारा हक्क बताये तो !!

हमें बच्चे बताते है हमारे घाव गहरे हैं !
यह हमने किस लिये खाये ,कोई इनको बताये तो !!

मुहब्बत सब को मिल जाये ,यकीनी यह जरूरी ना !
जमीं को छाँव  मिलती है , बिरख  पर धुप  आये तो !!

हिमाकत कर ही डाली है ग़ज़ल कह कर जो अब 'लाली'!
मैं माफ़ी माँग लेता हूँ कहीं गलती जो आये तो !!

"लाली"

[ मौलिक और अप्रकाशित रचना.]

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Comment by राज लाली बटाला on May 21, 2013 at 8:48pm

शुक्रियाAshok Kumar Raktale  जी ..आभारी हूँ जो आपको पसंद आई !! लाली ....Haunsla dene ke liye aabhari hoon ...!! 

Comment by Ashok Kumar Raktale on May 20, 2013 at 11:45pm

राजनीतिज्ञों पर व्यंग करती सुन्दर गजल के लिए बहुत बहुत दाद कुबुलें आदरणीय राज लल्ली शर्मा जी.

Comment by राज लाली बटाला on May 16, 2013 at 9:32pm

शुक्रिया केवल प्रशाद  जी !! 

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on May 16, 2013 at 9:25pm

आ0 राज लाली जी,   अतिसुन्दर गजल......।  बधाई स्वीकारें।  सादर,

Comment by राज लाली बटाला on May 16, 2013 at 6:38pm

शुक्रिया राम पाठक  जी ..आभारी हूँ जो आपको पसंद आई !! लाली 

Comment by राज लाली बटाला on May 16, 2013 at 6:38pm

शुक्रिया संदीप पटेल  जी ..आभारी हूँ जो आपको पसंद आई !! लाली 

Comment by राज लाली बटाला on May 16, 2013 at 6:37pm

शुक्रिया विजय मिश्र जी ..आभारी हूँ जो आपको पसंद आई !! लाली 

Comment by राज लाली बटाला on May 16, 2013 at 6:37pm

शुक्रिया राजेश कुमार झा जी ..आभारी हूँ जो आपको पसंद आई !! लाली 

Comment by राजेश 'मृदु' on May 16, 2013 at 4:38pm

हार्दिक बधाई इस सुंदर गज़ल पर

Comment by विजय मिश्र on May 16, 2013 at 4:07pm
"हमें बच्चे बताते है हमारे घाव गहरे हैं !
यह हमने किस लिये खाये ,कोई इनको बताये तो !!"
-- समसामयिक कहें या बदहाल हालात ; पर बहुत प्रभावित करती है आपकी रचना ,मौंजू साफगोई से रखी गयी है . धन्यवाद लालीजी .

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