For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")



साथियों ! नूतन वर्ष आप सबके जीवन मे अपार खुशियाँ लेकर आये, आप सब भी अपना शुभकामना सन्देश यहाँ लिख सकते है ...

Views: 5657

Reply to This

Replies to This Discussion

मान्यवर,
वर्ष नया मंगलमय हो, सुलझें गुल्थियाँ वरष दस की
जन जन में सद्भाव बढे, घटे बिषमता आपस की
सादर
श्रीप्रकाश शुक्ल
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभी सम्मानित सदस्यों को हमारे तरफ से नव वर्ष की हार्दिक सुभकामनाएँ

new year ki sab ko dher sari subhkamna. Bhagwan kare ki aap sab ko har wo khusiya mile jiski kabhi aap sab ne khawahis ki ho.......

                                                                                   HAPPY NEW YEAR 2011

ओपन बुक के सभी को

गुड्डोदादी का आशीर्वाद

विदा २०१० दशक का साल

२०११ स्वागत है धमाल के साथ

 

आप सभी को मेरी तरफ से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।

विदा हुआ हुआ दशक २०१० का साल

स्वागत है २०११ का धामाल के साथ

शुभ मंगल कामनाएँ

गुड्डो दादी चिकागो अमरीका से

 नववर्ष पर आप सभी को मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनायें ....
सबसे पहले नमस्कार दो हजार दस साल को ,
हम नहीं भूल पाएंगे जो हुए हाल बेहाल को
फिर स्वागत करता हु साल दो हजार ग्यारह ,
आशा नहीं बिस्वास हैं रहेंगे सबका पाव बारह ,
कसम से खुसी का दिन हैं नया साल आया  ,
और इस खुसी को दोस्तों ने दो गुण बढाया ,
मुबारकवाद उन को जिनका जनम दिन हैं ,
बबिता जी भारत कुमार संग में बिजय जी ,
धनेश जी , ब्रजेश जी और गयासुदीन शेख ,
गोपाल जी इन्द्रजीत जी और नव सोही ,
प्रभाकर पाण्डेय ,रवि प्रभाकर के संग संजय जी ,
स्वामी मृगेंद ,आभा जी और भैया बबन जी ,
देवेन्द्र जी , कोनिका जी और मोईन समसी ,
राम थापा , सुभाशीष सबको गुरु के तरफ से ,
जन्म दिन के संग नए साल की शुभकामना ,
आपके जीवन में दिन दूना रत चौगुना बढे ,
भगवन से यही निवेदन आप सभो को खुश रखे ,
आप सबो से निवेदन कही भी रहे हमे याद रखे ,

 

"मिले

शब्दों को संसार

रचनाकार को प्यार !

ले  

भावना आकार

सुखमय और समृद्धिमय

हो ओ.बी.ओ. परिवार !!!!"

 

आंधी तूफानों जैसे महंगाई और न बाढ़ें..
बेरोज़गारी -गरीबी की सुरसा अब और मुह न फाड़े   
न लीले अब  कोई जीवन बढती ज़िम्मेदारी .
नव वर्ष सुखमय बने सभी का ,अब सुधार की बारी..
भेदभाव और निरक्षरता दूर हमें है करना..
वन्य जीव और वृक्षों की देखभाल है करना..
नहीं देखना है सहना है अत्याचार या अत्याचारी..
नव वर्ष सुखमय बने सभी का ,अब सुधार की बारी..
प्रेम प्रीत की डोर में न हो कोई चटख या टूटन..
अपनत्व में छद्म रहे न जीवन में ही घुटन..
सच की चमक सजा दे अबसे जीवन और दोस्ती -यारी
नव वर्ष सुखमय हो सभी का ,अब सुधार की बारी.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन पर आपकी विस्तृत समीक्षा का तहे दिल से शुक्रिया । आपके हर बिन्दु से मैं…"
1 hour ago
Admin posted discussions
22 hours ago
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
22 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सुशील सरनाजी, आपके नजर परक दोहे पठनीय हैं. आपने दृष्टि (नजर) को आधार बना कर अच्छे दोहे…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"प्रस्तुति के अनुमोदन और उत्साहवर्द्धन के लिए आपका आभार, आदरणीय गिरिराज भाईजी. "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी posted a blog post

ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी

२१२२       २१२२        २१२२   औपचारिकता न खा जाये सरलता********************************ये अँधेरा,…See More
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा दशम्. . . . . गुरु

दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल आपको अच्छी लगी यह मेरे लिए हर्ष का विषय है। स्नेह के लिए…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति,उत्साहवर्धन और स्नेह के लिए आभार। आपका मार्गदर्शन…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ भाई , ' गाली ' जैसी कठिन रदीफ़ को आपने जिस खूबसूरती से निभाया है , काबिले…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सुशील भाई , अच्छे दोहों की रचना की है आपने , हार्दिक बधाई स्वीकार करें "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है , दिल से बधाई स्वीकार करें "
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service