For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 72968

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीया राजेश कुमारी जी, आपकी शुभकामनाएँ मेरे सिर चढ़ी उन्मन हैं .. हार्दिक आभार 

हमार भइया !  मनवा मयूर भइल भँवरी पारि रहल बा !!  

तवना प घेवर आ लकठो से मुँहवाँ में बाढ़ि आ गइल बा !

हिरदै से धन्यवाद, गनेस भाई.. 

आदरणीय मिथिलेश भाई, आपकी हार्दिक शुभकामनाओं से संतृप्त हूँ. हृदयतल से धन्यवाद.

बहुत ही खूबसूरत कार्ड साझा किया है आपने. देख-पढ़ कर मुग्ध हो गया हूँ.  

शुभ-शुभ

हार्दिक धन्यवाद सर 

आदरणीय श्री सौरभ पाण्डेय जी के जन्मदिन की वर्षगाँठ पर हृदयतल से बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ।

मुबारकबाद के लिए हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी भाईजी. 

आदरणीय सौरभ भाई , जन्म दिन की आपको हृदय से ढेरों बधाइयाँ ।
खूब बधाई लीजिये , जनम दिवस की आज
और लेखनी आपकी , बनी रहे सरताज

हृदय कोर से सुन रहा, आशीषों के साज
दिल से नत हूँ सोच कर, अग्रज हैं गिरिराज

सादर आभार आदरणीय गिरिराज भाईजी. 

आदरणीय सौरभ सर जन्म दिन की ढेरों शुभकामनायें । 

शुभकामनाओं के लिए हृदयतल से धन्यवाद, अनन्य अजीज नादिर भाई. 

शुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार आदरणीया कल्पनाजी. 

आदरणीय सौरभ जी आपको सपरिवार जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाये। प्रभु आपकी हर मनोकामना पूर्ण करे। माँ शारदे का आपकी लेखनी पर सदा आशीर्वाद बना रहे। इस अवसर पर चंद पंक्तियाँ आपकी नज़र :_

देखते हैं किसी मोड़ से
तो बचपन नज़र आता है
खट्टे मीठे लम्हों का
इक दर्पण नज़र आता है
इक माँ नज़र आती है
इक बाप नज़र आता है
भाल पर लगा मेरे
उनका चन्दन नज़र आता है
ये स्वपन सा समां
बस उनकी बदौलत है
ये जिस्म ये जां
सब उनकी ही दौलत है
बस इतना करम करना
मुझ पर मेरे मालिक
मैं रहूँ जब तक
वो दिल में रहें मेरे
मेरे जन्मदिन पर उनके
आशीर्वाद से हों सवेरे

सुशील सरना

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय, सुशील सरना जी,नमस्कार, पहली बार आपकी पोस्ट किसी ओ. बी. ओ. के किसी आयोजन में दृष्टिगोचर हुई।…"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . रिश्ते
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
23 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार "
23 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . संबंध
"आदरणीय रामबली जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार ।"
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"रोला छंद . . . . हृदय न माने बात, कभी वो काम न करना ।सदा सत्य के साथ , राह  पर …"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सालिक गणवीर's blog post ग़ज़ल ..और कितना बता दे टालूँ मैं...
"आ. भाई सालिक जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"सतरंगी दोहेः विमर्श रत विद्वान हैं, खूंटों बँधे सियार । पाल रहे वो नक्सली, गाँव, शहर लाचार…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"आ. भाई रामबली जी, सादर अभिवादन। सुंदर सीख देती उत्तम कुंडलियाँ हुई हैं। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Chetan Prakash commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"रामबली गुप्ता जी,शुभ प्रभात। कुण्डलिया छंद का आपका प्रयास कथ्य और शिल्प दोनों की दृष्टि से सराहनीय…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"बेटी (दोहे)****बेटी को  बेटी  रखो,  करके  इतना पुष्टभीतर पौरुष देखकर, डर जाये…"
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service