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क्या केवल साथी शब्द लघुकथा में उपयोग कर लेने से यह कथा प्रदत्त विषयाधारित हो गई नेहा अग्रवाल जी?
प्रिय नेहा जी, प्रदत्त विषय को लघुकथा का सार या मूल सन्देश परिभाषित किया करता हैI आपकी इस रचना का मूल भाव यह है कि एक बुज़ुर्ग ने अपने स्वभाव में परिवर्तन करना स्वीकार किया, क्योंकि उसको बताया गया कि उसके घर में भी नाती पोते आने वाले हैंI तो यह लघुकथा "साथी" की बजाय "परिवर्तन" के ज्यादा नज़दीक हैI
बढ़िया कथा , हार्दिक बधाई
गेंद और बच्चे एक दूसरे के साथी ,एक के बिना दूसरा अधूरा ,हार्दिक बधाई इस सार्थक कथा पर आदरणीया नेहा जी
विषय-धन का साथी
आतंकी संगठन ने सरकार को खुली चुनौती दे डाली।
"अगर हमारे तीनों साथी रिहा नहीं किये, तो तुम सोच भी नहीं सकते, हम क्या कर सकते हैं?"
सरकार ने वही रटे रटाये, घीसे-पीटे डायलॉग जारी किये ।
"हम कोरी धमकियों से नहीं डरने वाले हैं। किसी को नहीं छोड़ा जायेगा।"
'यह देश की आन-बान और जांबाज सैनिकों की शहादत के सम्मान का प्रश्न है। '
आतंकियों ने सरकार को झुकने के लिए साम-दाम-डंड भेंद चोरों का पहार किया। कोर्ट पर दबाव बनाया। जिला कलेक्टर को अगवां कर लिया।
आनन-फानन में प्रभारी मंत्री ने मिटींग बुलाई। आप्रेश रिहाई की योजना बनवाई।
किन्तु -प्रशासनिक समन्वय और सूझबूझ से कलेक्टर बिना शर्त उनके चुंगल से बाहर हो गये। कोर्ट भी आपने फैसला पर अटल रही। आतंकी संगठन बौखला गया
"तो क्या हमारे साथी भारत की जेलों में ही बंधक रहेंगे?"
सारे देश में जश्न का माहौल बन गया। शहीद पूजन ,शहीद यात्रा के आयोजन हुए-
आतंकी सरगना बोला-" नहीं अभी एक रास्ता ' बाकि है।'' "धन का साथी" कोई तो होगा?
हमारे साथियों की रिहाई होगी।
'संगठन ने धन का हाथ बढाया।
जेलर ने साथ निभाया।'
सारे न्यूज चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज ' तीन अातंकी जेल से फरार, जेलर को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया। जाता है ।
मौलिक व अप्रकाशित ।
- लेखक
बधाई | बढ़िया कथा आदरणीय _/\_
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