आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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बहुत मार्मिक कथा बन पड़ी है | बधाई आपको
आदरनीयामैडम कल्पना जी, लघुकथा के लिए बधाई
बहुत बढ़िया ,वाह प्रायश्चित करना और समय रहते करना दोनों ही ज़रूरी हैं ,ढेरों बधाई स्वीकार करें आदरणीया कल्पना जी
बहुत ही मार्मिक कथ्य का सशक्त सम्प्रेषण किया है आपने आदरणीया कल्पना दी, कई बार एक शिकायत से बहुत कुछ छूट जाता है और उसी समय सहारा देने से बहुत कुछ बचा रह जाता है| इस रचना के सृजन हेतु सादर बधाई स्वीकार करें|
बहुत ही दुखद अंत कथा का. झटका दे गई. बधाई आदरनीय कल्पना भट्ट जी .
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