आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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वाह! क्या बात है सर! बहुत ही बेहतरीन लघुकथा लिखी है आपने। मेरी तरफ़ से बहुत-बहुत बधाई स्वीकार करें, सादर!
मैना के बहाने आप ने प्रतिक रूप में सुदंर सन्देश दिया है. विरासत ऐसे ही नहीं सम्हाली जाती है. बहुत खूब. उम्दा लघुकथा के लिए बधाई आदरनीय मिथिलेश वामनकर जी.
आदरणीय ओमप्रकाश जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद.
आदरणीय सतविन्द्र जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद.
आदरणीया कल्पना जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद.
आदरणीय डॉ. विजय शंकर सर, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार. बहुत बहुत धन्यवाद.
बहुत ही सुन्दर लघु कथा हुई है, बहुत बहुत बधाई आपको आ
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