आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
जनाब लक्ष्मण धामी साहिब ,लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
बड़े शहरों का कड़वा सच जिसकी अनदेखी कर गाँवों से पलायन हो रहे हैं ....हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक जी इस सशक्त कथा के लिए
मुहतरमा प्रतिभा साहिबा ,लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
//,मज़दूरी ही करनी है तो गाँव कौन सा बुरा है//
बेहद उम्दा सन्देश, इस विषयानुकूल लघुकथा के लिए मेरी दिली बधाई स्वीकार करें आ० तस्दीक अहमद खान जी.
हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।मार्मिक प्रस्तुति।शहरी तड़क भड़क से चकाचोंध होकर जो लोग गाँव से शहर की ओर पलायन कर जाते हैं मगर अधूरी शिक्षा और अनुभव के अभाव में वहाँ जिस तरह का जीवन यापन करने को मज़बूर होते हैं, वह अति दयनीय होता है।बेहतरीन प्रस्तुति।
मुहतरम जनाब तेजवीर साहिब ,लघुकथा में आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया ,शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
मुहतरम जनाब योगराज साहिब ,लघुकथा आपको पसंद आई मेरा लिखना सार्थक हो गया ,हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया ,महरबानी
पलायनप्रवृति पर रोकथाम ज़रूरी है।कम से कम वहाँ सम्मान तो गिरवी ना रखा जायेगा उम्दा कथा के लिये बधाई आद०तस्दीक अहमद खान जी ।
मुहतर्मा नीता साहिबा ,लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
बहुत बढ़िया सन्देश उन दिखावटी जिंदगी जीनेवालों के लिए,बधाई आदरणीय।
जनाब मनन साहिब ,लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब प्रदत्त विषय पर आपने लेखनी में प्राण फूँक दी जान डाल दी बहुत प्रशंशनीय रचना हार्दिक बधाई कुबूल कीजिये
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |