आदरणीय साथिओ,
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बहुत ही सकारात्मक सारगर्भित शीर्षक युक्त महान दिलवाले उदार भारत को उभारता बढ़िया सृजन के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब तस्दीक़ अहमद ख़ान साहिब। // तुम्हें नौकरी करने अमेरिका क्यूँ जाना पड़ता ,यहां नौकरी डिज़र्व को नहीं रिज़र्व को मिलती है "।// बहुत बढ़िया पंक्ति। दुनिया के विकसित देशों के मैनेजमेंट/प्रशासनिक आधुनिक मनोविज्ञान को भली-भांति अभी ही समझ लेना चाहिए। //कम जनसंख्या रखो, विकासशील देशों के टेलेंट का जब तक शोषण कर सको, करो; भले उन्हें ब्लैकमेल करना पड़े.... इस तरह की बहुत सी बातें हमें समझ लेना चाहिए। अनकहा बहुत कुछ है रचना में।
मुहतरम जनाब शेख़ शहज़ाद साहिब आदाब ,आपकी ज़बरदस्त खूबसूरत प्रतिक्रिया ने लघुकथा को चार चांद लगा दिए ,हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से बहुत बहुत शुक्रिया।
अपना देश महान! इस बढ़िया लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक साहब|
मुहतरमा कल्पना साहिबा, लघुकथा पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
देश के प्रति सकारात्मक सोच की अच्छी रचना हुई आदरणीय अहमद साहब!बहुत बधाई रचना पर।
मुहतरमा राहिला साहिबा ,लघुकथा पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
लघुकथा अच्छी हुई है आ० तस्दीक अहमद खान साहिब, मुबारकबाद स्वीकार करें. मुझे लगता है कि इस लघुकथा का अंत पूरी तरह मारक नहीं बन पाया.
//"भारत का दिल बहुत बड़ा है ,यहां पता नहीं कितने विदेशी लोग बरसों से नौकरी कर रहे हैं लेकिन उन्हें भारत में कभी नौकरी से नहीं निकाला गया //
की बजाय यदि विदेशी भाषा और कल्चर अपनाने की बात की जाती तो रचना का प्रभाव और बढ़ता क्योंकि भारत विदेशियों को रोज़गार देने के मामले में नहीं जाना जाता है.
मुहतरम जनाब योगराज साहिब ,लघुकथा पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
आपका मश्वरा सही है ,लेकिन मेरे ज़हन में सिर्फ़ रोज़गार का मुद्दा था ,भारत तो हर किसी को अपना लेता है मगर विदेशों में हमारे साथ ऐसा नहीं होता ।--सादर
बढ़िया प्रेरणादायी रचना प्रदत्त विषय पर, बहुत बहुत बधाई आपको
जनाब विनय साहिब ,लघुकथा पर आपकी सुन्दर प्रतिक्रिया और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
सच मे भारत का दिल बहुत बड़ा है। अच्छी सकारात्मक रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक जी
मुहतरमा प्रतिभा साहिबा ,लघुकथा पर आपकी उम्दा प्रतिक्रिया और हौसला अफ़ज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया।
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