आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय चौथमल जी लघुकथा में थोड़ी सी कसावट और फ्लेशबैक तकनीक की आवश्यकता महसूस हो रही है. बाकी कथानक बढ़िया है. हार्दिक बधाई.
प्रदत्त विषय को परिभाषित करती सुन्दर लघु कथा ,हार्दिक बधाई प्रेषित है आदरणीय चौथमल जी
इस लघुकथा को दूसरे दिन से ही शुरु करना था आदरणीय चौथमलजी, और पहलेदिन की घटनाओं को फ्लैशबैक में वापस लाना था. इससे तकनीकी समस्या या दोष दूर हो गयी होती.
बहरहाल सहभागिता और प्रस्तुति केलिए हार्दिक धन्यवाद ..
जैन साहब बहुत झटके देती रचना। पाठक चकित रह जाता है , षड्यंत्र का पर्दा फाश होने पर। सूटकेस सही शब्द है , सूटकेश की जगह। वह फोन पर भाई /पिता से पैसे मंगवा लेती और इस बीच छुप कर बात सुन लेती तो काल खण्ड 60 मिनटों का हो जाता जो अब 1440 मिनटों का हो गया है। बहरहाल षड्यंत्र बहुत ही खतरनाक और घिनौना। बधाई।
बाकी सब देवनागरी में लिखा TV को टीवी क्यों नहीं लिख दिया गौड़ साहिब?
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |