Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय प्रधान संपादक जी , सादर नमन , आपने सराहा .... मेरा श्रम सार्थक हुआ ।
बहुत प्यारा गीत मिट्टी की सुगंध लिये, हार्दिक बधाई आदरणीय सतीश मापतपुरी जी
हार्दिक बधाई आदरणीय सतीश जी।बेहतरीन रचना।
शुक्रिया आदरणीया प्रतिभा जी .... नमन ।
बहुत ही सुंदर और उम्दा गीत। तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब सतीश मापतपुरी साहिब। मज़ा आ गया खेत और खलिहान में जाकर।
बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय उस्मानी साहेब ..... नमन ।
गाँव देहात की तरफ अग्रसर करता गीत है आदरणीय,बधाई।
आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन हुआ है आदरणीय मनन साहेब .... सादर नमन ।
जनाब सतीश मापतपुरी जी आदाब,प्रदत्त विषय को सार्थक करता बढ़िया गीत लिखा आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
आपकी सराहना पाकर रचना का मान और मेरा उत्साह दोनों बढ़ा है .... सादर नमन आदरणीय कबीर साहेब ।
आभार सँग नमन सर ।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |