आदरणीय साथियो,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
सब कुछ खोदा हमने (लघुकथा) :
"क्यों भाई, आख़िर 'ख़ुदाई' को भूलकर ख़ास जगहों पर हर तरह की 'खुदाई' ही 'खुदाई' क्यों?"
"तो फ़िर इतिहास कैसे बदलेगा भाई, हमारा काम कैसे दिखेगा? ढाई आख़र प्रेम से या साझा आस्था से... या यूँ नया इतिहास रचने से, ऐं?"
(मौलिक व अप्रकाशित)
सादर अभिवादन। गोष्ठी में प्रविष्टियों के आग़ाज़ में विलम्ब के कारण यह रचना अभी लिखकर पोस्ट की है। मार्गदर्शन निवेदित।
गोष्ठी की शुरुआत करने हेतु आपको बधाई आ.उस्मानी जी।
आदाब। शुक्रिया। आपकी सक्रिय उपस्थिति से मंच का गौरव बढ़ा। हम प्रोत्साहित हुए।
आदरणीय शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी , सारगर्भित लघुकथा की हार्दिक बधाई स्वीकार करें।
आदाब। गोष्ठी में हाज़री और टिप्पणियों हेतु व मेरी हौसला अफ़ज़ाई हेतु बहुत-बहुत शुक्रिया। आप सभी की विषयांतर्गत लघुकथाओं की प्रतीक्षा है।
आदरणीय, हाज़िर हूँ।
स्वागत विषयांतर्गत आपकी 'रचना' का।
बहुत ख़ूब। बढ़िया प्रयोग,परिकल्पना और अभिव्यक्ति। जल के प्राकृतिक चक्र और धरा के समर्पण पर बेहतरीन शिल्पबद्ध प्रवाहमय रचना। हार्दिक बधाई जनाब मनन कुमार सिंह साहिब। अंतिम दो संवादों/वाक्यों से संदेश समझने में मुझे दिक्कत हुई।
आदरणीय मनन जी व पाठकगण (व्यूअर्स), जानना चाहता हूँ कि गोष्ठी में सहभागिता न्यूनतम होते जाने के कारण क्या हैं? तेज गर्मी/लघुकथा प्रतियोगितायें/संग्रह/संकलन/ईपुस्तक प्रकाशनों की तरफ़ बढ़ता रुझान या इंटरनेट/वेबसाइट संचालन/तकनीकी/डिवाइस समस्याएं या वरिष्ठजनों आदि की अति व्यस्तता के फलस्वरूप? जवाब की प्रतीक्षा रहेगी यहाँ या वाट्सएप/मेसेंजर पर।
आ.उस्मानिजी,आपकी चिंता बिलकुल जायज है।ऐसा मैं भी सोच रहा हूं।आपके द्वारा इंगित सभी बिंदु सार्थक हैं।इस मंच की लघुकथा गोष्ठी में इस तरह की उदासीनता चिंतनीय है। हां,यदि कुछ अन्य कारण हों,तो मैं क्षमा प्रार्थी रहूंगा।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |