Sort by:
Discussions | Replies | Latest Activity |
---|---|---|
निकष पर -ःकिरण किरण रोशनी’ :: डा. गोपाल नारायन श्रीवास्तवसमीक्ष्य पुस्तक- किरण किरण रोशनी (कहानी संग्रह) लेखिका-रूबी शर्मा प्रकाशन वर्ष- 2017 ई0 प्रकाशक- नमन प्रकाशन, स्टेशन रोड, लखनऊ … Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
0 | Apr 23, 2019 |
ककनमठ( उपन्यास) समीक्षाप्रथम प्रयास पुस्तक : ककनमठ लेखक: पं. छोटेलाल भरद्वाज प्रकाशक: प.दिनेश भरद्वाज मूल्य: ५००/- रूपये प्रथम संस्करण: १९८८ द्वितीय संस्करण: २०… Started by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
2 |
Feb 25, 2019 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
पटना वाला प्यार (कहानी संग्रह) पुस्तक समीक्षापुस्तक : पटना वाला प्यारविधा- कहानी संग्रहलेखक- अभिलाष दत्तप्रकाशक-समदर्शी प्रकाशनसंस्करण- अक्टूबर,2018मूल्य - ₹150/- अभिलाष दत्त द्वारा ल… Started by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
0 | Feb 23, 2019 |
मेघदूत का छायानुवाद है ‘यक्ष का संदेश’- डॉ. पाण्डेय रामेन्द्र प्रस्तुति – गोपाल नारायण श्रीवास्तव 7यक्ष का संदेश – डॉ. गोपाल नारायन श्रीवास्तव अंजुमन प्रकाशन, 942, मुट्ठीगंज, इलाहाबाद-3, प्रथम संस्करण 2018, कुल पृ0-92, मूल्य- रू. 150/- भा… Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
0 | Nov 30, 2018 |
ओबीओ लखनऊ चैप्टर की साहित्य संध्या- माह अक्टूबर, 2018- एक प्रतिवेदन -डा. गोपाल नारायन श्रीवास्तव
Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
0 | Nov 30, 2018 |
पुस्तक समीक्षा : “दर्पण .... एक उड़ान कविता की”संवेदनहीनता की पराकाष्ठा दिखाता काव्य संग्रह वर्तमान अंकुर के संयोजन में, एकल पुस्तक संग्रह की श्रृंखला के अंतर्गत प्रकाशित काव्यसंग्रह, “… Started by Vikas Sharma 'Daksh' |
0 | Sep 20, 2018 |
पुस्तक समीक्षा – “दायरे...रिश्तों के”सभी कहानियां भावनाओं से परिपूर्ण: पुस्तक समीक्षा – “दायरे...रिश्तों के” ‘दायरे.... रिश्तों के’ 25 लाजवाब कहानियों का यह कहानी संग्रह रोहि… Started by Vikas Sharma 'Daksh' |
0 | Sep 20, 2018 |
समीक्षा : नागफनी के दंशसमीक्षा पुस्तक : नागफनी के दंश प्रकाशक : बोधि प्रकाशन, सी-46, सुदर्शनपुरा इंडस्ट्रियल एरिया एक्स्टेंशन, नाला रोड, 22 गोदाम, जयपुर-302006. म… Started by Ashok Kumar Raktale |
0 | Apr 1, 2018 |
सदस्य कार्यकारिणी आचमनीय है “लघुकथा कलश”आचमनीय है “लघुकथा कलश” ‘लघु कथा कलश’ एक ऐसा कलश जिसमे ३०० पावन नदियों का आचमनीय जल समाया हुआ है हिंदी साहित्य का एक विशाल सागर एक छोटी सी ग… Started by rajesh kumari |
0 | Mar 19, 2018 |
सदस्य कार्यकारिणी “जगमगाता रहे दुनिया को मुनव्वर "कौकब”जब कोई अपने तज्रिबात और एहसासात की जमीं पर ग़ज़ल गोई ,जज्बात निगारी और कुदरती मनाजिर की अक्कासी करता है तो वो जमाने भर से एक रब्त कायम कर ले… Started by rajesh kumari |
7 |
Mar 18, 2018 Reply by pratibha pande |
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |