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अइसन कब होई , "भोजपुरी धारावाहिक कहानी" "दुसरका कड़ी"(पहिलका कड़ी) iha dekhi रघुनाथ सिंह अपना दुआर पर चार पाँच आदमी के संगे बाईठल रहूआन चौकी पर एगो प्लेट में बिस्कुट आउर चनाचूर रखल रहुये सब… Started by Rash Bihari Ravi |
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Aug 12, 2011 Reply by Rash Bihari Ravi |
अइसन कब होई , "भोजपुरी धारावाहिक कहानी" "पहिलका कड़ी"भोजपुरी धारावाहिक कहानी अइसन कब होई (पहिलका कड़ी) बाबू देवव्रत सिंह आपन जनेऊ के माँजत (घुमाइ-घुमाइ पानी निकालत) मंदिर के सीढ़ी से उतरत र… Started by Rash Bihari Ravi |
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Aug 12, 2011 Reply by Rash Bihari Ravi |
भोजपुरी साहित्य में माई के गीत के साथ 'अतेन्द्र' क आगाज़ .......टन-टन टन-टन घंटा बाजे मईया तोरे दुआरे आस लगाके खड़ा बा निर्धन कब से तेरे सहारे ओ मईया दे दे तू दर्सन्वा रे------ओ … Started by Atendra Kumar Singh "Ravi" |
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Aug 6, 2011 Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi" |
खेतवा में लिखल बाटे जेकर हो करमवाखेतवा में लिखल बाटे जेकर हो करमवा हथवा में हल लेईके चलेले हो किसनवा l नाहीं कौनों फईसन बाटे अपने त देहियाँ बचल खुचल उमड़ेले बचवन पे… Started by Atendra Kumar Singh "Ravi" |
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Aug 5, 2011 Reply by आशीष यादव |
भोजपुरी गजल लिखे के कोशिशभोजपुरी गजल लिखे के कोशिश तहरा इयाद के सहारे जीवन बिता देम ,तू चाह त गोरी तोहके आपन बना लेम , मन में बसल बारू तू मेहमान बन के , चाह्बू… Started by Rash Bihari Ravi |
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Aug 3, 2011 Reply by Rash Bihari Ravi |
देखि केतना परेशान हम बानीएगो लड़की के बाप हम बानी , देखि केतना परेशान हम बानी सगरी धन पढ़ाई में ओराइल , बेटी पढ़ल बड़ा खुश हम बानी बचपन से पढ़वनी मर मर के ,… Started by Rash Bihari Ravi |
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Aug 2, 2011 Reply by आशीष यादव |
इ का हो रहल बा ,इ का हो रहल बा , समझ में नइखे आवत , का मनमोहन बाबु के, बुद्धि कही चरे चल गइल बा,कि उनकर बछरुआ , सब के सब बे हाथ हो गइल बा, एगो राजा साहेब ब… Started by Rash Bihari Ravi |
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Jul 26, 2011 Reply by shrikantpandey |
सावन महिना मन भावन लागेला सुहावन हो ,सावन महिना मन भावन लागेला सुहावन हो , आवs बलम चली आवs उठईब हम कावर हो , सुनी ले कि सुनेले मनवा के बतिया पूरा करेले , प्रभु हमारो बिपतिया ना… Started by Rash Bihari Ravi |
0 | Jul 21, 2011 |
हो गइनी मजबूर हजूर जब मालिक किनले गाड़ी ,हो गइनी मजबूर हजूर जब मालिक किनले गाड़ी , बन गइनी बंजारा छुट गइल हमार घर बाड़ी , आज इहा कल उहा रहिले जब ले चक्का घुमेला , हो जाला ख़राब गा… Started by Rash Bihari Ravi |
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Jul 6, 2011 Reply by आशीष यादव |
बतकही ( गपसप ) अंक ७बतकही ( गपसप ) अंक ७ हम एक हप्ता खातिर नासिक का गइनी कि लछुमन भाई के चाय दोकान पर के बईठका एक दमे ख़तम, आदत के मोताबिक हम सुबेरे पहुच गइनी,… Started by Rash Bihari Ravi |
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Jun 23, 2011 Reply by Shakur Khan |
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