For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Bishwajit yadav
  • Male
  • raniganj,w.b
  • India
Share on Facebook MySpace

Bishwajit yadav's Friends

  • Harish Upreti "Karan"
  • डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
  • SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR
  • PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
  • Shashi Mehra
  • monika
  • Rohit Dubey "योद्धा "
  • Brij bhushan choubey
  • Er. Ambarish Srivastava
  • Sanjay Rajendraprasad Yadav
  • raj jalan
  • shekhar jha`
  • Anita Maurya
  • Saurabh Pandey
  • आशीष यादव
 

Bishwajit yadav's Page

Profile Information

Gender
Male
City State
raniganj
Native Place
Ballia,u.p
Profession
student
About me
https://filmypatrika.com/

Bishwajit yadav's Photos

  • Add Photos
  • View All

Bishwajit yadav's Blog

याद आते है वो लम्हे....

याद आते है वो लम्हे तो आँखो से आँसू छलक जाते है,

वो किताबो वाले दिन बडी मुश्किल से मिलते है,

हम तो यादो मे जलते है पर वो कहीं और रहते है,

याद आते है वो लम्हे तो आँखो से आँसू छलक जाते है,



वो घंटो बाते…

Continue

Posted on July 28, 2011 at 1:00pm — 1 Comment

क्या इसी को मुहब्बत कहते है

क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं

जब हम बैचेन से रहते हैं

अक्सर कुछ कहने की चाह मे

सपनों मे खोये रहते हैं

क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं

 

उनकी एक झलक पाने के लिए

हम हर दिन राहों मे इंतजार करते हैं

न जाने क्यों हम कुछ कहने से डरते हैं

क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं

 

अक्सर वो सपनों में आती है

आँखें खोलूँ तो न जाने कहाँ चली जाती है

सिर्फ इन आँखों को उसकी ही सूरत भाती है

क्या इसी…

Continue

Posted on July 26, 2011 at 10:30am — 6 Comments

Comment Wall (8 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 11:57pm on July 25, 2012, SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR said…
स्वागत है विश्व जीत जी ..ढेर सारी शुभ कामनाएं अपने नाम को चरितार्थ करें 
भ्रमर ५ 
At 9:41pm on June 13, 2012, डॉ. सूर्या बाली "सूरज" said…

विश्वजीत जी नमस्कार ! आपकी दाद के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !

At 10:40pm on May 29, 2012, डॉ. सूर्या बाली "सूरज" said…

विश्वजीत जी बहुत बहुत शुक्रिया ! आपको ग़ज़ल पसंद आई और आपकी तारीफ मिली । अच्छा लगा।

डॉ. सूर्या बाली "सूरज"

At 10:15am on August 4, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 6:27pm on July 27, 2011, Sanjay Rajendraprasad Yadav said…
प्रिय विश्वजीत आप का ओ.बी.ओ पर हार्दिक स्वागत ******** 
At 6:27pm on July 27, 2011, Sanjay Rajendraprasad Yadav said…
प्रिय विश्वजीत आप का ओ.बी.ओ पर हार्दिक स्वागत ******** 
At 1:51pm on July 24, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…

At 11:35am on July 23, 2011, Admin said…

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद जी आदाब, बहुत सुंदर ग़ज़ल हुई है बहुत बधाई।"
5 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"लक्ष्मण धामी जी अभिवादन, ग़ज़ल की मुबारकबाद स्वीकार कीजिए।"
5 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय दयाराम जी, मतले के ऊला में खुशबू और हवा से संबंधित लिंग की जानकारी देकर गलतियों की तरफ़…"
5 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय तस्दीक अहमद खान जी, तरही मिसरे पर बहुत सुंदर प्रयास है। शेर नं. 2 के सानी में गया शब्द दो…"
6 hours ago
Gajendra shrotriya replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"इस लकीर के फकीर को क्षमा करें आदरणीय🙏 आगे कभी भी इस प्रकार की गलती नहीं होगी🙏"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय रिचा यादव जी, आपने रचना जो पोस्ट की है। वह तरही मिसरा ऐन वक्त बदला गया था जिसमें आपका कोई…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय मनजीत कौर जी, मतले के ऊला में खुशबू, उसकी, हवा, आदि शब्द स्त्री लिंग है। इनके साथ आ गया…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी ग़जल इस बार कुछ कमजोर महसूस हो रही है। हो सकता है मैं गलत हूँ पर आप…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बुरा मत मानियेगा। मै तो आपके सामने नाचीज हूँ। पर आपकी ग़ज़ल में मुझे बह्र व…"
7 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, अति सुंदर सृजन के लिए बधाई स्वीकार करें।"
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तस्दीक अहमद जी, सादर अभिवादन। लम्बे समय बाद आपकी उपस्थिति सुखद है। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक…"
8 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल 221, 2121, 1221, 212 इस बार रोशनी का मज़ा याद आगया उपहार कीमती का पता याद आगया अब मूर्ति…"
8 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service