तुम साथ नहीं हो
लेकिन फिर भी
ऐसा लगता है
कि तुम यहीं हो
फुलों में, हवाओ में
पतझड़ में, बहारों में
घटाओ…
Added by Raju on January 21, 2011 at 10:09am — 4 Comments
Added by Raju on January 14, 2011 at 11:17pm — 4 Comments
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