Added by maharshi tripathi on June 15, 2016 at 1:06pm — 14 Comments
Added by maharshi tripathi on June 8, 2016 at 2:06pm — 9 Comments
बहर - 222 221 221 22
माला के मोती बिखर जा रहे हैं
सब एक एक कर अपने घर जा रहे हैं
कर आँखें नम छोड़कर यूँ अकेला
देकर इतनें गम किधर जा रहे हैं
ढूंढेगें फ़िर भी नही अब मिलेंगे
हमसा कोई भी जिधर जा रहे हैं
देखो पूरी हो गयी है पढ़ाई
ले बिस्तर वापस शहर जा रहे हैं
भगवन मेरे यार रखना सलामत
साथी मेरे जिस डगर जा रहे हैं
.
मौलिक व अप्रकाशित
(बी.टेक पूरा होने पर अपने मित्रों के जाने पर लिखी गज़ल )
Added by maharshi tripathi on June 3, 2016 at 11:30pm — 4 Comments
बहर -1222 1222 1212 2222
सदा ही ख्वाब में आऊ सदा जगाऊ मैं तुमको
खुले जब आँख लूँ जब नाम पास पाऊ मैं तुमको
तेरी जब गोद में रखकर के सर गजल मैं पढता था
मेरा अरमान है इक बार फिर सुनाऊ मैं तुमको
गये जब से अकेला छोड़ हम तभी से रोते हैं
नहीं हसरत मेरी रोऊँ नहीं रुलाऊ मैं तुमको
भटकता दर-ब-दर हूँ फिर रहा कहाँ हो बोलो ना
सहा क्या क्या गवायाँ क्या मिलो गिनाऊ मैं तुमको
सहा जाता न अब हमसे विरह भरा मेरा जीवन
मेरी बाहें खुली आओ गले लगाऊ मैं…
Added by maharshi tripathi on June 1, 2016 at 11:10pm — No Comments
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |