जान अपनी
पहचान अपनी
है हिंदी भाषा
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खाते कसम
हिंदी दिवस पर
है अपनाना
.................
हिंदी हमारी
मिले सम्मान इसे
है मातृ भाषा
.................
शान यह है
भारत हमारे की
राष्ट्र की भाषा
.................
मित्र जनों को
हिंदी दिवस पर
मेरी बधाई
Added by Rekha Joshi on September 14, 2012 at 2:35pm — 7 Comments
ये तो नही है
सपनों का भारत
देश ये मेरा
जला असम
कश्मीर में आग
सुलगे देश
आतंकवाद
का भारत देश में
है बोलबाला
भटक रहा
दर दर ईमान
फलता पाप
हुए पराये
हम भारत वासी
देश अपना
कोलगेट पे
मच रहा बवाल
है मुहं काला
ये तो नही है
सपनों का भारत
देश ये मेरा
Added by Rekha Joshi on September 10, 2012 at 8:00pm — 20 Comments
इतने मिले जख्म कि जख्म ही दवा बने
न पाई ख़ुशी में ख़ुशी न रोये गम में हम
दिल और यह दिमाग सब शून्य हो गये
.................................................
है मुहब्बत इक फरेब औ प्यार इक धोखा
साये में है जिसके बस आंसूओं का सौदा
चोट पर चोट दिल पे हम खाते चले गये
................................................
वफा को जो न समझे तुम सनम बेवफा हो
रहें गैरों की बाहों में और सिला दो वफा का
मेरे सपनो की तस्वीर के टुकड़े हुए तुम्ही से …
Added by Rekha Joshi on September 6, 2012 at 5:40pm — 2 Comments
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