1222 1222 1222 1222
मुहब्बत के नगर में आँसुओं के कारखाने है,
यहां रहकर पुराने जन्म के कर्ज़े चुकाने हैं.
सड़क पर आके देखों तो झुलस जाओगे शिद्दत से,
समाचारों में तो इस दौर के मौसम सुहाने हैं.
उतर आया अब आँखों में आंगन में भरा पानी,
मेरी चाहत के अफसाने में पटना के फसाने हैं.
फलक पर चाँद चाहे चौथ का हो या हो पूनम का,
हमें त्यौहार सब परदेस में तन्हा मनाने हैं.
कहाँ पे आके बिगड़ी ये कहानी…
ContinueAdded by मनोज अहसास on October 17, 2019 at 8:51pm — 3 Comments
2×16
इश्क रुई के जैसा है पर,ग़म से रिश्ता मत कर लेना.
लेकर चलने में आफत हो इतना गिला मत कर लेना.
एक समय ऐसा आता है, सूरज भी मुरझा जाता है,
चार दिनों की गर्दिश में तुम दामन मैला मत कर लेना.
लाख बहाने पास है उसके, अब तो खफा होने के मुझसे,
किंतु मना लेने में उसको अना को रुसवा मत कर लेना.
सबसे अच्छे शब्दों में तुम अपनी बात बता सकते हो,
लेकिन कोई समझ भी लेगा इसका भरोसा मत कर लेना.
व्याकुल माता बचपन से ही बच्चों को…
ContinueAdded by मनोज अहसास on October 15, 2019 at 2:01am — 4 Comments
1222 1222 122
जमाने भर की बातें सोचता हूँ
मगर मैं खुद में अब कितना बचा हूँ
सुहानी भोर किस्मत में नहीं है
भला मैं रात भर क्यों जागता हूँ
मुहब्बत एक हरजाई का घर है
मैं उस घर से निकाला जा चुका हूँ
तरफदारी से तेरी क्या है हासिल
मैं अपनों में अकेला पड़ गया हूँ
गुजारी जिंदगी सारी जहाँ पर
मैं अब उस शहर में बिल्कुल नया हूँ
तुझे आवाज देने का सबब है
मैं अब तन्हाई से डरने लगा…
Added by मनोज अहसास on October 13, 2019 at 4:28pm — 4 Comments
2×15
चंद मुकम्मल ग़ज़लों से हम दुनिया को बहला देंगे,
और अधूरे मिसरे तेरी यादों का पहरा देंगे.
जो कुछ तेरी इच्छा है वो ही तुझको दिखला देंगे,
हम खुद को धोखे में रखकर प्यार का मोल चुका देंगे.
ऐसे वो अपने चेहरे के सारे दाग छुपा देंगे,
कंप्यूटर से बनी हुई उम्दा तस्वीर दिखा देंगे.
जब तक तेरी आंखों से बरसेगी करुणा की धारा,
तब तक ये दुनिया वाले मेरे अहसास जला देंगे.
कीमत जिन फूलों की दाता के दर पर भी नहीं…
ContinueAdded by मनोज अहसास on October 1, 2019 at 12:24am — 4 Comments
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