चहुँ ओर फैली हरियाली
देती जो हमको खुशहाली
पर यह कब तक बनी रहेगी
जब न मोटर - कार रहेगी
इसे चलाकर हमने दूषित वायु किया
जानबूझकर हमने छोटा आयु किया
कर वायु प्रदूषित हमने महाप्रलय बुलाया है
प्राकृतिक सौन्दर्य पर हमने दाग लगाया है |
भारतवासी पवन गंगा जिससे बुलाते हैं
पापतारने हेतु इसी गंगा में डुबकी लगाते हैं
भूल गए पावन गंगा ,हम भूल गये कहानी को
अपवित्र करडाला गंगा लाकर गंदे पानी को
खुद की…
ContinueAdded by maharshi tripathi on October 2, 2015 at 2:52pm — No Comments
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