सजाये कुमकुम अक्षत की थाल
मन में भर अटूट प्रेम स्नेह
आशीष भरे हाथ तिलक लगाएँ
भाई के भाल पर।
बीती बातें बचपन की
वो लड़ाई झगडे भाई बहन के
स्नेह प्यार ही बचे रहे
भाई-बहन के ह्रदय में।
अनमोल वादा रक्षा का
बहन पाए भाई से
भाई-दूज के अवसर पर
मन क्यों न हर्षित हो जाये।
दूर रहे या पास रहे भाई
खुशहाली की कामना लिए भाई की
स्नेह प्रेम का दीप जलाये बहन
ऐसा ही रिश्ता भाई-बहन…
Added by Neelam Upadhyaya on November 8, 2018 at 4:00pm — 6 Comments
धनतेरस
धन धान्य हो भरा
शुभकामना
धन बरसे
लक्ष्मी रहें प्रसन्न
सब हरसें
झालर दीप
सुंदर उपहार
सजे बाजार
हल्की है ज़ेव
महंगाई की मार
सुस्त ग्राहक
प्रथा निभाएँ
धनतेरस पर
थोड़ा ही लाएँ
धनतेरस
खुशियाँ दे अपार
प्यारा त्योहार
…. मौलिक एवं अप्रकाशित
Added by Neelam Upadhyaya on November 5, 2018 at 3:30pm — 7 Comments
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