ऐ मेरे दोस्त मोहब्बत को बचाए रखना
दिल में ईमान की शम्अ' को जलाए रखना
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इस नए साल में खुशियों का चमन खिल जाए
सबको मनचाही मुरादों का सिला मिल जाए
इस नए साल में खुशियों की हो बारिश घर घर
इस नए साल को ख़ुश रंग बनाए रखना
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जान पुरखों ने लुटाई है वतन की ख़ातिर
गोलियाँ सीने में खाई है वतन की ख़ातिर
सारे धर्मों से ही ताक़त है वतन की मेरे
सारे धर्मों की मोहब्बत को बनाए रखना
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ज़ात के नाम पे दंगों को…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on December 24, 2019 at 7:00pm — 2 Comments
221 2121 1 221 212
रुख़ से जो मेरे यार ने पर्दा हटा दिया
महफ़िल में हुस्न वालों को पागल बना दिया
मौसम को जिसने छू के नशीला बना…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on December 11, 2019 at 10:16pm — No Comments
2122 1122 1122 22
चाहे दुनिया में कहीं और चले जाएंगे
चाह कर भी वो मुझे भूल नहीं पाएंगें
उनके एल्बम में है तस्वीर पुरानी मेरी
अब वो देखेंगे तो पहचान नहीं पाएंगे…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on December 11, 2019 at 10:00pm — No Comments
221 2121 1221 212
कैसे कहें की इश्क़ ने क्या क्या बना दिया
राधा को श्याम श्याम को राधा बना दिया
उस बेर की मिठास तो बस जाने राम जी
सबरी ने जिसको चख के है मीठा बना…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on December 8, 2019 at 5:00am — 2 Comments
2122 1122 1122 22
अपने हर ग़म को वो अश्कों में पिरो लेती है
बेटी मुफ़लिस की खुले घर मे भी सो लेती है
मेरे दामन से लिपट कर के वो रो लेती है
मेरी तन्हाई मेरे साथ ही सो लेती है
तब मुझे दर्द का एहसास बहुत होता है
जब मेरी लख़्त-ए-जिगर आंख भिगो लेती है
मैं अकेला नहीं रोता हूँ शब-ए-हिज्राँ में
मेरी तन्हाई मेरे साथ में रो लेती है
अपने दुःख दर्द…
ContinueAdded by SALIM RAZA REWA on December 3, 2019 at 6:41pm — 5 Comments
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