Comment
आदरणीय आशीष यादव जी सृजन पर आपकी हृदयग्राही प्रतिक्रिया का तहे दिल से शुक्रिया।
बहुत अच्छे दोहे बने हैं। congratulations स्वीकार कीजिए।
आदरणीय Samar kabeer जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार। त्रुटि इंगित करने का दिल से आभार।
जनाब सुशील सरना जी आदाब, अच्छे दोहे लिखे आपने, बधाई स्वीकार करें ।
'धधक रहा है आज भी ,जलियाँवाला बाग ।
जहां गूँजते आज भी, आजादी के राग'
इस दोहे में 'बाग़' और 'राग' की तुकांतता सहीह नहीं है,देखियेगा ।
कुछ उर्दू शब्दों में आपने नुक़्ते नहीं लगाए हैं,देखियेगा ।
आदरणीय बृजेश कुमार 'ब्रज' जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का आभारी है।
वाह बहुत ही सुन्दर दोहे आदरणीय..
आ. भाई सुशील जी, उत्तम दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई ।
आद0 सुशील सरना जी सादर अभिवादन। समयानुकूल बेहतरीन दोहे सृजित हुए हैं। बधाई स्वीकार कीजिये। सादर
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