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"मेरी माँ" रचना पर प्रतिक्रिया के लिए आप सभी का धन्यवाद | व्याकरण की गलतियों के लिये माफी चाहती हूँ | इस ओर ध्यान आकर्षित करने के लिये आभार, आ.पाण्डेय जी, आ. सुशील जोशी जी |
सुंदर एवं मर्मस्पर्शी इस रचना के लिए हार्दिक बधाई आ0 मोहिनी जी.... कहीं कहीं पर टंकण में गल्तियाँ हुई हैं... ध्यान दीजिएगा....
सुन्दर मार्मिक अभिव्यक्ति। बधाई।
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ... मार्मिकता से लबालब सुंदर रचना ... बधाई स्वीकार करें ....
बहुत ही मार्मिक अभिव्यक्ति आपकी
इस रचना हेतु बहुत बहुत बधाई
असहजता के चलते उभर आये इधर-उधर के व्याकरणीय दोषों के बावज़ूद यह कविता अपनी भाव-प्रवणता और भाव-प्रगाढ़ता के कारण अवश्य पठनीय श्रेणी की कविता बन पड़ी है.
इसे और अच्छा किया जा सकता है, लेकिन, तब बेटी की तोतली ज़ुबान इतनी आग्रही न रह जाती.. शायद.
इस रचना के होने के लिए सादर धन्यवाद आदरणीया.
शुभ-शुभ
माँ के लिए बेटी की तरफ से बहुत मार्मिक कविता!!
बधाई आपको !!
आदरणीया मोहिनी जी , बहुत मार्मिक और हृदय ग्राही रचना है !!! आपको बहुत बहुत बधाई !!!!
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