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मौज कोई सागर के किनारों से मिली

मौज कोई सागर के किनारों से मिली  

 साँसे अपनी दिल के इशारों से मिली  

सोंधी सी महक बारिश का इल्म देती है 

गुलशन की खबर ऐसे बहारों से मिली 

आंधी ने नोच डाले हैं दरख्तों से पत्ते 

जुदाई की भनक आती बयारों से मिली 

चाँद खुश है रोशन करेगा बज्मे- जानाँ   

आस नभ में चमकते सितारों से मिली 

हरेक  लब उसे अकेले में गुनगुनायेंगे   

ऐसी कोई नज्म संगीतकारों से मिली 

पंहुच गई है परदेश में निशा की डोली 

खबर भोर में आते हुए कहारों से मिली

चल हम भी जुड़ जाएँ अब इस हुजूम में 

ये सनक आसमाँ में गूंजते नारों से मिली 

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत   

ये खबर आज ही  के अखबारों से मिली

                *******  

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सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 5:21pm

प्रदीप कुमार कुशवाह जी बहुत उत्साह वर्धन होता है आपकी टिपण्णी पढ़कर बहुत शुक्रिया 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 5:20pm

योगी सारस्वत जी बहुत बहुत हार्दिक आभार आपका 

Comment by chandan rai on June 4, 2012 at 5:10pm
राजेश कुमारी जी !
चल हम भी जुड़ जाएँ अब इस हुजूम में

ये सनक आसमाँ में गूंजते नारों से मिली

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत

ये खबर आज ही के अखबारों से मिली
जो कहूंगा कम होगा !

प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on June 4, 2012 at 4:32pm

बहुत खूब !

Comment by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on June 4, 2012 at 4:21pm

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत   

ये खबर आज ही  के अखबारों से मिली

सोंधी सी महक बारिश का इल्म देती है 

गुलशन की खबर ऐसे बहारों से मिली

आदरणीय राजेश कुमारी जी, सादर 

किसे पकडूं किसे रहने दूं . बधाई 

Comment by Yogi Saraswat on June 4, 2012 at 3:32pm

आंधी ने नोच डाले हैं दरख्तों से पत्ते 

जुदाई की भनक आती बयारों से मिली 

चाँद खुश है रोशन करेगा बज्मे- जानाँ   

आस नभ में चमकते सितारों से मिली 

हरेक  लब उसे अकेले में गुनगुनायेंगे

बेहतरीन प्रस्तुति आदरणीय राजेश कुमारी जी !


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 11:38am

अरुणेन्द्र मिश्र जी तहे दिल से शुक्रिया 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 8:22am

संदीप कुमार पटेल जी तहे दिल से शुक्रिया कि ग़ज़ल आपको अच्छी लगी 

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on June 4, 2012 at 7:31am

is behtreen rachna ke liye aapko saadhuwaad aadarneeya rajesh kumari ji ................behad khoosoorati se likha aapne waah umda khyal hain

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on June 4, 2012 at 7:30am

is behtreen rachna ke liye aapko saadhuwaad aadarneeya rajesh kumari ji ................behad khoosoorati se likha aapne waah umda khyal hain

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